Lockdown: आईपीएल, ''जनता कर्फ्यू'' और नोटबंदी के मुकाबले ज्यादा देखा गया लॉकडाउन की घोषणा, पीएम मोदी ने तोड़े रिकॉर्ड, 19.7 करोड़ लोगों ने देखा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 27, 2020 06:10 PM2020-03-27T18:10:11+5:302020-03-27T18:10:11+5:30
प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर ने ट्वीट किया, ''बार्क इंडिया द्वारा साझा डाटा के अनुसार 24 मार्च को लॉकडाउन वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण को टीवी पर सबसे अधिक देखा गया, जोकि आईपीएल का फाइनल मैच देखने वालों की संख्या को भी पार कर गया। इसे 201 से भी अधिक चैनलों पर दिखाया गया।''
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लॉकडाउन की घोषणा करने वाले संबोधन को उनके टीवी पर प्रसारित पिछले संबोधनों के मुकाबले ज्यादा देखा गया है। बार्क इंडिया रेटिंग्स ने यह जानकारी दी।
मोदी ने कोरोना वायरस के मद्देनजर मंगलवार को 21 दिन के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा करते हुए कहा था कि इसके खिलाफ निर्णायक लड़ाई में सामाजिक मेलजोल से दूरी ही भारत के लिये एकमात्र रास्ता है। टीवी रेटिंग एजेंसी ब्रॉडकास्टिंग ऑडियंस रिसर्च काउंसिल्स (बार्क) भारत की रेटिंग में मोदी के लॉकडाउन वाले संबोधन को उनके ''जनता कर्फ्यू'' और नोटबंदी वाले संबोधनों समेत पिछले सभी संबोधनों से ज्यादा देखा गया।
प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर ने ट्वीट किया, ''बार्क इंडिया द्वारा साझा डाटा के अनुसार 24 मार्च को लॉकडाउन वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण को टीवी पर सबसे अधिक देखा गया, जोकि आईपीएल का फाइनल मैच देखने वालों की संख्या को भी पार कर गया। इसे 201 से भी अधिक चैनलों पर दिखाया गया।''
आईपीएल के फाइनल मैच को 13.3 करोड़ लोगों ने देखा था। वहीं मोदी के संबोधन को 19.7 करोड़ लोगों ने देखा। बार्क की रेटिंग के अनुसार प्रधानमंत्री के 19 मार्च के संबोधन को 191 टीवी चैनलों पर 8.30 करोड़ लोगों ने देखा, जिसमें उन्होंने 14 घंटे के कर्फ्यू की घोषणा की थी।
बार्क की रेटिंग के अनुसार पिछले साल आठ अगस्त को जब प्रधानमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधान खत्म करने पर जो संबोधन दिया उसे 163 चैनलों पर 6.5 करोड़ दर्शकों ने देखा था, जबकि आठ नवंबर 2016 को जब उन्होंने नोटबंदी की घोषणा की तो उसे 114 चैनलों पर 5.7 करोड़ लोगों ने देखा।