गोपाल राय के सरकार गिराने के आरोप पर कुमार विश्वास का पलटवार, बोले- 'इस माहिष्मती की शिवगामी देवी कोई और है'
By आदित्य द्विवेदी | Updated: January 5, 2018 13:16 IST2018-01-05T13:16:10+5:302018-01-05T13:16:49+5:30
कुमार विश्वास ने एकबार फिर निवेदन किया कि मेरे शव के साथ छेड़छाड़ ना करें!

गोपाल राय के सरकार गिराने के आरोप पर कुमार विश्वास का पलटवार, बोले- 'इस माहिष्मती की शिवगामी देवी कोई और है'
राज्यसभा सीटों को लेकर शुरू आम आदमी पार्टी का घमासान बढ़ता ही जा रहा है। गुरुवार को पार्टी के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने फेसबुक लाइव के जरिए कुमार विश्वास पर सरकार गिराने की कोशिश का आरोप लगाया था। गोपाल राय के आरोपों पर कुमार विश्वास ने भी पलटवार किया है। उन्होंने कहा, 'मेरा उनसे अनुरोध है कि नए-नए कांग्रेस और बीजेपी से आए हुए जो गुप्ताज हैं, उनके योगदान का कुछ दिन आनंद लें। मेरे शव के साथ छेड़छाड़ ना करें।' इशारे में उन्होंने कह दिया कि इस माहिष्मती की शिवगामी देवी कोई और है।
#WATCH Kumar Vishvas speaks on Aam Aadmi Party's Gopal Rai, says, "Mera unse anurodh hai ki naye-naye Congress aur BJP se aaye hue jo Guptas hain, unke yogdaan ka kuch din anand lain, mere shav ke saath ched-chad na karen." pic.twitter.com/XUzqKuxXvY
— ANI (@ANI) January 5, 2018
इससे पहले गोपाल राय ने कहा था कि जो आम आदमी पार्टी की सरकार गिराने के लिए विधायकों को तोड़ने के षड्यंत्र में शामिल हो, जो सार्वजनिक तौर पर हर मंच का उपयोग पार्टी के खिलाफ बोलने में करता हो, उसे राज्यसभा में भेजा जा सकता है? वो पार्टी की आवाज़ बनेगा या पार्टी को खत्म करने के लिए काम करेगा? क्या ऐसे व्यक्ति को राज्यसभा भेजा जाना चहिए? मुझे लगता है कि बिल्कुल नहीं भेजा जाना चाहिए। इसलिए पार्टी ने ये निर्णय लिया।
आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा के लिए संजय सिंह, नारायण दास गुप्ता और सुशील गुप्ता के नाम की घोषणा की। कुमार विश्वास को भी प्रबल दावेदार माना जा रहा था। नाम नहीं आने पर कुमार विश्वास ने निराशा में कहा कि मुझे सर्जिकल स्ट्राइक, टिकट वितरण में गड़बड़ी, जेएनयू समेत अन्य मुद्दों पर सच बोलने के लिए मुझे दंडित किया गया है। उन्होंने कहा कि युद्ध का भी एक छोटा नियम होता है कि शहीदों के शव से छेड़छाड़ नहीं की जाती। मैं अरविंद से कहना चाहूंगा कि वह अपने विधायकों और नेता से कहें कि ट्वीट या किसी अन्य माध्यम से शहीद के शव के साथ छेड़छाड़ ना करें।