गुजरात: 10 पार्षदों ने की कांग्रेस में घरवापसी, बीजेपी के हाथ से फिसली मेहसाणा नगरपालिका
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: January 9, 2018 09:13 AM2018-01-09T09:13:24+5:302018-01-09T14:09:04+5:30
गुजरात की बीजेपी सरकार में डिप्टी सीएम नितिन पटेल मेहसाणा के विधायक हैं।
गुजरात विधान सभा चुनाव में नजदीकी जीत हासिल करने वाली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अभी चैन की साँस ले ही रही थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मौदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के गृह प्रदेश से उसे एक बुरी खबर मिली है। गुजरात के उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल की विधान सभा मेहसाणा की नगरपालिका बीजेपी के हाथ से निकलकर कांग्रेस के हाथ में चली गयी है।
मेहसाणा नगरपालिका के 10 निगम पार्षद (काउंसिलर) सोमवार (आठ जनवरी) को बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गये। ये सभी 10 पार्षद करीब एक साल पहले बीजेपी में शामिल हुए थे। कांग्रेस पार्षद रायबेन पटेल मेहसाणा नगरपालिका अध्यक्ष हैं और बीजेपी पार्षद कौशिक व्यास नगरपालिका स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन हैं।
नवंबर 2015 में हुए नगरपालिका चुनाव में मेहसाणा की कुल 44 नगरपालिका सीटों में से 29 पर कांग्रेस को जीत मिली थी। बीजेपी ने 15 सीटें जीती थीं। कांग्रेस करीब एक साल तक नगरपालिका में सत्ता में रही थी लेकिन पिछले साल 10 कांग्रेसी पार्षद रायबेन पटेल के नेतृत्व में बीजेपी में शामिल हो गये थे। रायबेन पटेल इस दलबदल के पहले भी नगरपालिका अध्यक्ष थे और बाद में बीजेपी नेता के रूप में भी इस पद पर रहे। अब एक बार फिर वो कांग्रेस पार्षद के तौर पर इस पद पर हैं।
दिसंबर 2017 में हुए गुजरात विधान सभा चुनाव में गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने मेहसाणा विधान सभा सीट से बड़े अंतर से जीत हासिल की थी। मीडिया को मेहसाणा में हुए इस दलबदल पर प्रतिक्रिया देते हुए नितिन पटेल ने इसे मामूली घटना बताया। गुजरात विधान सभा चुनाव में राज्य की 182 विधान सभा सीटों मेंं से बीजेपी को 99 और कांग्रेस को 80 सीटों पर जीत मिली थाी। अन्य सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों और छोटे दलों के उम्मीदवार जीते थे।
बहुमत मिलने के बाद विजय रुपाणी दोबारा राज्य के सीएम बने और नितिन पटेल दोबारा डिप्टी सीएम बने। राज्य में बीजेपी की सरकार बनने के बाद एक निर्दलीय विधायक के बीजेपी में शामिल हो जाने के बाद विधान सभा में सत्ताधारी दल ने विधायकों का शतक पूरा किया। गुजरात में पिछले 22 साल बीजेपी की सरकार है।