भोपालः मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मुरैना जिले में जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुंह चलाने और सरकार चलाने में बड़ा अंतर होता है.
कमलनाथ ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर सरकार को घेरते हुए कहा कि मुरैना शराबकांड से 21 लोगों की मौत के बाद भी राज्य में ऐसी घटनाओं से अभी भी मौतें जारी हैं और मौतों का आंकड़ा 24 तक पहुंच चुका है. उन्होंने कहा कि उज्जैन में जहरीली शराब से हुई 16 लोगों की मौत के बाद यदि सरकार जाग जाती तो मुरैना की घटना समेत अन्य घटनाएं रोकी जा सकती थीं.
राज्य सरकार ने पहले की तरह ही शराब माफियाओं को रोकने के लिए कोई ठोस निर्णय नहीं लिया. कमलनाथ ने कहा कि राज्य मे खनन माफिया के हौसले भी बुलंद हैं. अनूपपुर में अधिकारियों पर हमला किए गए. महू में मंत्री की भूमिका सामने आने पर उनके खिलाफ कार्रवाई के बजाय बचाने का प्रयास शुरू है.
उन्होंने एक और ट्वीट में कहा कि गरीबों को पोल्ट्री ग्रेड चावल के वितरण के बाद अब पोल्ट्री ग्रेड गेहूं का वितरण का खेल बेहद शर्मनाक है. कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि माफियाओं को लेकर सिर्फ फिल्मी डायलाग बोलने से काम नहीं चलेगा. हमारी सरकार की तरह माफियाओं के मंसूबों को नाकाम करने के लिए जमीनी ठोस कार्रवाई करनी होगी. मैं इसीलिए तो कहता हूं कि मुंह चलाने और सरकार चलाने में बड़ा अंतर है.