MP राज्यपाल से मिलने के बाद बोले दिग्विजय सिंह, लालजी टंडन के साथ मेरे अच्छे रिश्ते, राजनीति पर नहीं हुई कोई चर्चा
By पल्लवी कुमारी | Published: March 16, 2020 01:14 PM2020-03-16T13:14:14+5:302020-03-16T13:14:14+5:30
कांग्रेस द्वारा कथित तौर पर उपेक्षा किए जाने से परेशान होकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से 10 मार्च को इस्तीफा दे दिया था और 11 मार्च को बीजेपी में शामिल हो गए। उनके साथ ही मध्यप्र देश के 22 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था, जिनमें से अधिकांश सिंधिया के कट्टर समर्थक हैं।
भोपाल: मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के निर्देशों के बाद सदन में शक्ति परीक्षण कराने की भारतीय जनता पार्टी (BJP) की मांग और प्रदेश सरकार द्वारा स्पीकर का ध्यान कोरोना वायरस के खतरे की ओर आकर्षित किए जाने के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सोमवार को सदन की कार्यवाही 26 मार्च तक स्थगित कर दी। इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की है। मुलाकात के बाद दिग्विजय सिंह ने कहा, लालजी टंडन के साथ मेरे बहुत अच्छे रिश्ते हैं। हम दोनों ने मुलाकात के दौरान राजनीति पर कोई चर्चा नहीं की है।
Congress leader Digvijaya Singh after meeting Governor Lalji Tandon in Bhopal: I share a very good relationship with the Governor. It was a courtesy meet and we did not discuss politics. pic.twitter.com/fokfSwzNLn
— ANI (@ANI) March 16, 2020
बीजेपी ने फ्लोर टेस्ट की मांग करते हुए दायर की सुप्रीम कोर्ट में याचिका
मध्यप्र देश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान पार्टी विधायकों के साथ राजभवन पहुंचे हैं। बीजेपी ने मध्य प्रदेश विधानसभा में फ्लोर टेस्ट की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की है।
राज्यपाल द्वारा शनिवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर विश्वास मत हासिल करने के निर्देश दिए जाने का हवाला देते हुए बीजेपी ने अभिभाषण के बीच शक्ति परीक्षण कराने की मांग की। राज्यपाल को सदन में अभिभाषण पढ़ते हुए एक मिनट ही हुआ था कि बीजेपी विधायक दल के मुख्य सचेतक डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि राज्यपाल ऐसी सरकार का अभिभाषण पढ़ रहे हैं जो अल्पमत में है। हालांकि राज्यपाल ने विधायकों से अपील की कि वह नियमों का पालन करें और शांति से काम लें। उन्होंने विधायकों से लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखने के लिए संवैधानिक परंपराओं का पालन करने का आग्रह किया। इस अपील के बाद राज्यपाल सदन से बाहर निकल गए।
26 मार्च को राज्यसभा चुनाव के लिए होगा मतदान
सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप प्रत्यारोप हुए तथा हंगामा होने लगा। इस बीच, प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने देश में कोरोना वायरस के खतरे तथा इस मामले में केन्द्र सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों का हवाला दिया। हंगामे के बीच ही विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने व्यापक जनहित में 26 मार्च तक सदन की कार्यवाही स्थगित करने की घोषणा कर दी। 26 मार्च को राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान होना है।
कांग्रेस द्वारा कथित तौर पर उपेक्षा किए जाने से परेशान होकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से 10 मार्च को इस्तीफा दे दिया था और 11 मार्च को बीजेपी में शामिल हो गए। उनके साथ ही मध्यप्र देश के 22 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था, जिनमें से अधिकांश सिंधिया के कट्टर समर्थक हैं। शनिवार को अध्यक्ष ने छह विधायकों के त्यागपत्र मंजूर कर लिए जबकि शेष 16 विधायकों के त्यागपत्र पर अध्यक्ष ने फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया है। इससे प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर संकट गहरा गया है।