नई दिल्ली, 15 जूनः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले पांच दिनों से 'धरना राजनीति' की जा रही है। आम आदमी पार्टी (आप) के चार बड़े नेता अपनी मांगों को लेकर उपराज्यपाल के दफ्तर में धरने पर बैठे हुए हैं। इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राजधानी में कई समस्याओं को लेकर धरना दिया।
इधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मंत्री गोपाल राय और सत्येंद्र जैन धरने पर बैठे हुए हैं। वहीं, सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया अनशन पर हैं। मामला सुलझता नहीं देख सीएम केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने की अपील की है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'सुप्रभात, आज सत्येन्दर जी के अनशन का चौथा दिन है। मनीष जी के अनशन का तीसरा दिन है। कल एलजी साहिब से मिलने का समय माँगा था। उन्होंने जवाब भी नहीं दिया। प्रधानमंत्री जी से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। उन्होंने भी कोई जवाब नहीं दिया। उम्मीद करता हूँ दिल्ली को जल्द समाधान मिलेगा।'
आपको बता दें, दिल्ली की आप सरकार की मांग है कि आईएएस अधिकारियों को हड़ताल खत्म करने के निर्देश दिए जाएं और चार महीने से काम में रोड़े अटका रहे अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। आप ने कहा कि उसकी लड़ाई जारी रहेगी और अपनी मांगें पूरी होने तक वह झुकने वाली नहीं। पार्टी ने इस विरोध प्रदर्शन को एक कदम और आगे ले जाते हुए तय किया है कि उसके सारे विधायक बुधवार को पार्टी दफ्तर से लेकर उप-राज्यपाल दफ्तर तक मार्च करेंगे।
मुख्यमंत्री केजरीवाल, उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मंत्री गोपाल राय, सत्येंद्र जैन ने सोमवार शाम 5:30 बजे उप-राज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात की थी और उसके बाद से उनके दफ्तर में वे डेरा डाले हुए हैं। एलजी दफ्तर के एक कमरे में पूरी दो रात बिता चुके है और बुधवार को तीसरा दिन है।
दिल्ली के इतिहास में यह पहला मामला है जब मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों ने अपनी मांगों पर दबाव बनाने के लिए एलजी दफ्तर में रात गुजारी। एलजी दफ्तर में पूरी रात गुजारने के बाद सुबह में केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'सत्येंद्र जैन ने बेमियादी अनशन शुरू कर दिया है।' जैन ने सुबह 11 बजे एलजी दफ्तर पर अपना अनशन शुरू किया।