अहमदाबादः कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए 3 मई तक देश को लॉकडाउन किया गया है। इसके बावजूद भी इस घातक वायरस का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुजरात में भी लगातार कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं और विपक्ष आरोप लगा रहा है कि संक्रमित मामलों की ज्यादा संख्या न बढ़े इसके लिए टेस्टिंग कम कर दी गई जाएगी।
कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने कहा, 'यह है मोदी का झूठा गुजरात मॉडल..! गुजरात कोरोना मरीजों की संख्या में देश में पहले स्थान पर ना पहुंचे इसी वजह से गुजरात सरकार ने फैसला किया है कि टेस्टिंग की संख्या कम कर दी जाएगी। बस इसी तरह झूठ और फरेब दिखाकर मेरे भारत को भाजपा ने ठगा हैं।'
इससे पहले उन्होंने आरोप लगाया था कि गुजरात सरकार ने कोरोना मरीजों के लिए निजी अस्पताल के दरवाजे खोलें हैं, लेकिन निजी अस्पताल वाले मनमानी से फीस ( एक दिन के 50 हज़ार ) मांग रहे हैं। गुजरात सरकार अपनी जिम्मदारियों से भाग रही हैं एवं कोरोना महामारी से लड़ने के लिए एक भी योजना नहीं हैं। गुजरात मॉडल का पर्दाफाश है।
इसके अलावा उन्होंने कहा था कि गुजरात सरकार की स्वास्थ्य सुविधा शून्य हैं। कोरोना मरीज का क्लस्टर, क्वारंटाइन, हेल्थ चेकप सिर्फ कागज पर हैं। कोरोना मरीज अस्पताल से नहीं बल्कि मेडिकल स्टोर के आधार पर हैं। दो हजार मरीज के लिए भी स्वास्थ्य सुविधा नहीं हैं, भगवान ना करे लेकिन यह आंकड़ा बढ़ा तो क्या होगा?
उन्होंने बताया था कि सूरत में 68, वडोदरा और महीसागर में नौ-नौ, अरावली में पांच, छोटा उदयपुर में चार, आणंद तथा बोटाद में दो-दो और राजकोट तथा बनासकांठा में एक-एक मामला सामने आया है। 35 रोगियों को छुट्टी दी गई। राज्य में ठीक हो चुके लोगों की संख्या 179 हो गई है।
देश में कोविड-19 के मामले बृहस्पतिवार को बढ़कर 21,393 हो गए और मरने वालों की संख्या 681 हो गई। उसने बताया कि देश में अब 16,454 लोगों का इलाज चल रहा है। वहीं 4,257 लोगों को ठीक होने के बाद छुट्टी दे दी गई और एक अपने देश लौट गया। वहीं कुल मामलों में 77 विदेशी नागरिक हैं।