तिरुवनंतपुरमः केरल सरकार ने राज्य में पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की। राज्य में सभी बॉर्डर बंद रहेंगे, सभी सार्वजनिक परिवहन का संचालन बंद होगा। सभी पूजा स्थल भी बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री पी विजयन ने कहा कि केरल में सोमवार को कोरोना वायरस के 28 पॉजिटिव मामले रिपोर्ट हुए। इसी के साथ राज्य के अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या 92 हो गई।
केरल CM पिनराई विजयन ने कहा कि लॉकडाउन आज रात से लागू होगा और यह 31 मार्च तक चलेगा। फार्मेसियों के अलावा अन्य सभी दुकानों को सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक प्रतिबंधित किया जाएगा। केरल में सोमवार को कोरोना वायरस के 28 नए मामले सामने आने के बाद प्रदेश सरकार ने राज्य में 31 मार्च तक लॉकडाउन की घोषणा की।
प्रदेश में वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 91 हो गई है। कोविड-19 समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने संवाददाताओं को बताया कि 28 मामलों में से 19 सबसे बुरी तरह प्रभावित कासरगोड जिले से सामने आए हैं जबकि कन्नूर से पांच, पथनमथिट्टा से एक, एर्नाकुलम से दो और त्रिशूर से एक मामला सामने आया है।
राज्य में 64,300 लोग निगरानी में हैं जबकि 383 लोग विभिन्न अस्पतालों में पृथक रखे गए हैं। विजयन ने बताया कि आज संक्रिमत पाए गए 28 लोगों में से 25 दुबई से लौटे थे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आज से 31 मार्च तक लॉकडाउन का फैसला किया गया है। प्रदेश की सभी सीमावर्ती सड़कों को बंद किया जाएगा।
केरल राज्य पथ परिवहन निगम की और निजी बसों को चलने की इजाजत नहीं होगी लेकिन निजी वाहनों पर रोक नहीं होगी। पेट्रोल पंप बंद नहीं होंगे और रसोई गैस का वितरण भी जारी रहेगा। पूर्व में संक्रमित मिले चार लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। इनमें से तीन वुहान से आए चिकित्सा छात्र थे और एक व्यक्ति कन्नूर से है। केरल में कोरोना वायरस से लड़ाई को मजबूती देते हुए एर्नाकुलम जिला प्रशासन ने एक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल को खासतौर पर केवल कोविड-19 के इलाज के लिए केंद्र बनाने की घोषणा की।
एर्नाकुलम के जिलाधिकारी एस सुहास ने कहा कि कालामेसेरी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के डॉक्टरों से उपचार करवा रहे मरीजों को जिले के किसी अन्य सरकारी अस्पताल में इलाज करवाना चाहिए। जिलाधीकारी ने एक बयान में कहा कि आपातकाल, बाह्य रोगी विभाग और डायलिसिस केंद्र को छोड़कर सभी अन्य अनुभागों को कोविड-19 के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। वर्तमान में 11 कोरोना वायरस संक्रमितों का मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सोमवार को उन राज्यों के पुलिस महानिदेशकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की जहां लॉकडाउन के आदेश दिए गए हैं और कहा कि आदेश को कड़ाई से लागू किया जाए। यह बैठक इन खबरों के चलते की गई कि कोरोना वायरस के चलते जारी निषेधाज्ञा के बावजूद लोग बाहर घूम रहे हैं। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि गृह सचिव ने राज्यों के पुलिस महानिदेशकों के साथ बैठक की और उनसे कहा कि वे अपने-अपने राज्यों में लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराएं।
केंद्र और राज्य सरकारों ने रविवार को लगभग 80 जिलों में लॉकडाउन की घोषणा की जहां कोविड-19 का कम से कम एक पुष्ट मामला सामने आया है। जिन जिलों में लॉकडाउन की घोषणा की गई है, उनमें महाराष्ट्र और केरल में दस-दस, उत्तर प्रदेश और गुजरात में छह-छह, कर्नाटक और हरियाणा में पांच-पांच, तमिलनाडु और पंजाब के तीन-तीन जिले शामिल हैं।
चूंकि लोग लॉकडाउन के सरकार के आदेश का उल्लंघन कर रहे हैं, इसलिए पंजाब और पुडुचेरी की सरकारों ने कर्फ्यू की घोषणा की है जिससे कि लोग घरों से बाहर न निकल सकें। इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘लॉकडाउन को अभी भी कई लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कृपया करके अपने आपको बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें। राज्य सरकारों से मेरा अनुरोध है कि वो नियमों और कानूनों का पालन करवाएं।’’ दिल्ली सरकार समूची राष्ट्रीय राजधानी में लॉकडाउन की घोषणा कर चुकी है।