नागपुर महापौर पद के लिए कांग्रेस की स्थिति नाजुक, फिर भी पार्टी ने उम्मीदवार के नामों की घोषणा की, गुटबाजी हुई तेज
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: December 31, 2020 09:45 AM2020-12-31T09:45:01+5:302020-12-31T09:47:32+5:30
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव गणेश पाटिल ने शहराध्यक्ष विकास ठाकरे को 29 दिसंबर को पत्र भेज कर महापौर पद के लिए उम्मीदवार तय करने के निर्देश दिए थे. इसके बाद ही शहर के कांग्रेस नेता ने महापौर पद के लिए उम्मीदवार के नाम तय किए.
नागपुर. संख्याबल के लिहाज से नागपुर मनपा में कांग्रेस की स्थिति नाजुक है. 151 में से केवल 29 पार्षद कांग्रेस के हैं. फिर भी महापौर और उपमहापौर चुनाव के लिए कांगे्रस की गुटबाजी फिर से उभर कर सामने आ गई. बुधवार को नामांकन के दौरान कांग्रेस दो फाड़ नजर आई.
कांग्रेस की तरफ से मनोज गावंडे और रमेश पुणेकर ने महापौर पद के लिए नामांकन किया. जबकि उपमहापौर पद के लिए रश्मि धुर्वे व महाविकास आघाड़ी के बैनर तले शिवसेना की मंगला गवरे ने पर्चा भरा. 108 पार्षद होने की वजह से भाजपा को चुनौती मिलना संभव नहीं है. फिर भी कांग्रेस की गुटबाजी की वजह से नामांकन प्रक्रिया से ही यह चुनाव चर्चा का विषय बन गया है.
भाजपा की तरफ से महापौर पद के लिए दयाशंकर तिवारी और उपमहापौर पद के लिए मनीषा धावड़े ने पर्चा भरा. वहीं बसपा की तरफ से महापौर पद के लिए नरेंद्र वालदे और उपमहापौर पद के लिए वैशाली नारनवरे ने आवेदन किया. मनपा में 151 पार्षदों में से भाजपा के 108, कांग्रेस के 29, बसपा के 10, शिवसेना के 2, राकांपा का एक और निर्दलीय 1 हैं. उम्मीदवारी 5 जनवरी तक वापस ली जा सकती है.
दो पदों के लिए 8 उम्मीदवारों ने 16 नामांकन पत्र भरे. तानाजी वनवे ने महाविकास आघाड़ी के बैनर तले गावंडे और गवरे की उम्मीदवारी तय कर पत्र मंगलवार को प्रदेशाध्यक्ष बालासाहब थोरात को भेज दिया था. आज सुबह नामांकन कर दिया. जबकि महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव गणेश पाटिल ने शहराध्यक्ष विकास ठाकरे को 29 दिसंबर को पत्र भेज कर महापौर पद के लिए उम्मीदवार तय करने के निर्देश दिए थे.