पेट्रोल, डीजल, बढ़ती महंगाई से आम जन परेशान, सोनिया और राहुल गांधी हमलावर, केंद्र सरकार पर हमला
By शीलेष शर्मा | Published: January 7, 2021 08:49 PM2021-01-07T20:49:34+5:302021-01-07T20:52:46+5:30
कांग्रेस ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर सरकार पर निशाना साधा। जनता को इस मुश्किल समय में राहत देने के लिए इन दोनों पेट्रोलियम उत्पादों पर उत्पाद शुल्क को कम करके संप्रग सरकार के समय की दरों के बराबर किया जाना चाहिए।
नई दिल्लीः कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने मोदी सरकार पर चौतरफा हमला करते हुए तीखा प्रहार किया और आरोप लगाया कि सरकार की गलत नीतियों के कारण इतिहास बार देश दोराहे पर खड़ा है।
एक तरफ किसान चवालीस दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर ठिठुरती ठंड में बैठा है तो दूसरी तरफ ध्वस्त होती अर्थव्यवस्था, बढ़ती महँगाई से आम जन परेशान है। सोनिया का यह भी आरोप था कि देश की निरंकुश , संवेदनहीन भाजपा सरकार किसान और मध्यम वर्ग की कमर तोड़ने में जुटी है।
अपना ख़ज़ाना भरने के लिए आपदा को अवसर बनने में यह सरकार मस्त है। कच्चे तेल की कीमत लगभग 51 डॉलर प्रति बैरल है, मतलब 23. 43 रुपए प्रति लीटर लेकिन सरकार 84. 20 रुपए प्रति लीटर बेच रही है जो 73 साल में सबसे अधिक है।
दुनिया में तेल की कीमतें घाट रही हैं लेकिन भारत में ऊपर चढ़ रही हैं। गैस सिलिंडर के दाम बढ़ाये जिससे गृहणियां परेशान हैं। सोनिया ने तीनो काले क़ानून को रद्द करने की मांग की। तेल के बढ़ते दामों पर राहुल ने भी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट किया , "पेट्रोल डीजल के दामों में गजब का विकास हुआ है।
मोदी सरकार ईंधन पर भारी टैक्स वसूल कर जनता को लूट रही है। यही कारण है कि सरकार पेट्रोल डीजल पर जीएसटी लागू करने को तैयार नहीं है।" पार्टी के महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सस्ते पेट्रोल और डीजल का वायदा करने वाले प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साढ़े छः वर्षों में लूट मचा कर आम उपभोक्ता की कमर तोड़ दी है और अभी भी लूट का खेल जारी है।
सोनिया के मुताबिक, गैस सिलेंडर के दामों को भी भाजपा सरकार ने बेतहाशा बढ़ा हर घर का बजट बिगाड़ा है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सरकार से मांग करती हूं कि वह पेट्रोल व डीज़ल पर उत्पाद शुल्क की दरें संप्रग सरकार के समान करे और त्रस्त जनता को तत्काल राहत प्रदान करे। मैं सरकार से तीनों खेती कानूनों को भी तत्काल रद्द करके किसानों की सभी मांगें पूरी करने का आग्रह करती हूं।’’
सुरजेवाला ने दावा किया, ‘‘सस्ता पेट्रोल-डीजल के वादे कर सत्ता पर काबिज हुई मोदी सरकार यदि पिछले 6.5 वर्षों के दौरान खुद के द्वारा बढ़ाए उत्पाद शुल्क को ही वापस कर ले तो जनता का कल्याण हो जाएगा। ऐसा होने पर पेट्रोल की कीमत 60.42 रुपये प्रति लीटर व डीजल की कीमत 46.01 रुपये प्रति लीटर हो सकती है। पर ये करेंगे नहीं क्योंकि लूट का खेल चल रहा है।’’
गौरतलब है कि सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों द्वारा लगातार दूसरे दिन कीमतों में बढ़ोतरी करने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल की कीमत बृहस्पतिवार को 84.20 रुपये प्रति लीटर हो गई, जो अब तक का उच्चतम स्तर है। तेल विपणन कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, बृहस्पतिवार को पेट्रोल की कीमत में 23 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमत में 26 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई।