बसों का अनुबंध देने के लिए मोदी सरकार और राज्य सरकारों को बड़े पैमाने पर रिश्वत दिए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। कांग्रेस ने प्रेस कांफ्रेंस कर कुछ दस्तावेज़ ज़ारी किया जो इस घोटाले का पर्दाफाश करते हुए यह साबित करने की कोशिश थी कि स्कैनिया बस घोटाले पर बड़े पैमाने पर ठेका देने के लिए रिश्वत दी गयी , जिसका खुलासा स्कैंडीवीएन की रिपोर्ट के बाद साबित होने का दावा किया गया है
कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेते ने दस्तावेज़ी सबूत पेश करते हुए प्रधानमंत्री मोदी से पूछा , "न खाऊंगा न खाने दूंगा" का आपका नारा कहाँ है। इस घोटाले पर प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार खामोश क्यों है। कांग्रेस ने इसे एक बड़ा घोटाला बताते हुए पूरे मामले की जांच कराने और खुलासा करने की भी मांग की।
पार्टी ने नितिन गडकरी , वसुंधरा राजे , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , रविशंकर प्रसाद, अनंत गीते सहित दूसरे उन नेताओं के वह चित्र जारी किये हैं जिन में स्कावंडिआ के अधिकारियों के साथ बसों के अनुबंध को लेकर चर्चा करने के संकेत मिलते हैं।
इन चित्रों में उन बसों की भी तसवीरें हैं जिनके लिए अनुबंध किया जाना था। हालाँकि पार्टी ने अभी इस बात का खुलासा नहीं किया है कि बसों के इस अनुबंध में कितनी बड़ी रकम का घोटाला किया गया और किस किस मुख्यमंत्री को कितनी कितनी रकम घूस के तौर पर दी गयी।