अलका लांबा ने कहा- 20 लाख करोड़, स्वदेशी, लोकल, वोकल, आत्मनिर्भर जैसे शब्दों के जाल में फंसाने एक शिकारी निकला है, सावधान रहें
By रामदीप मिश्रा | Published: May 14, 2020 02:50 PM2020-05-14T14:50:41+5:302020-05-14T14:50:41+5:30
प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा था कि कोरोना वायरस ने भारत को आत्मनिर्भर बनने और दुनिया में आगे बढ़ने अवसर उपलब्ध कराया है। सरकार के हाल के निर्णय, रिजर्व बैंक की घोषणाओं को मिलाकर यह पैकेज करीब 20 लाख करोड़ रुपये का होगा जो देश के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 10 प्रतिशत है।
नई दिल्लीः कोरोना वायरस महामारी से पस्त पड़ी अर्थव्यवस्था में नई जान डालने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये के भारी भरमक प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की, जिसका ब्योरा वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण दे रही हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में जिन शब्दों का जिक्र किया था उसको लेकर कांग्रेस की नेता अलका लांबा ने हमला बोला है।
अलका लांबा ने ट्वटी करते हुए कहा, '20 लाख करोड़, स्वदेशी, लोकल, वोकल, आत्मनिर्भर इन नए शब्दों के जाल में एक बार फिर आप सबको फंसाने, आप सबका ध्यान मुद्दों से भटकाने एक शिकारी अपने शिकार पर निकल पड़ा है...सावधान रहिएगा।'
20 लाख करोड़, #स्वदेशी, #लोकल, #वोकल, #आत्मनिर्भर इन नए शब्दों के जाल में एक बार फिर आप सबको फसाने,आप सबका ध्यान मुद्दों से भटकाने एक #शिकारी अपने #शिकार पर निकल पड़ा है.. सावधान रहिएगा 🇮🇳🙏.#Delhi#India#Covid_19#lockdown
— PM को फिर भी शर्म नहीं आयेगी. Alka Lamba 🇮🇳🙏 (@LambaAlka) May 14, 2020
इसके अलावा एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, 'देश में जब तक चुनाव पैसों की ताकत पर लड़ा जाता रहेगा तब तक तानाशाह सरकारें जनता पर चाहे नोटबंदी थोपें या फिर बिना तैयारी के तालेबंदी। अंत में सरकार फिर उसी की बनेगी जो ज्यादा पैसा फैंकेगा। गरीब इसी मकसद से लाचार और मोहताज रखा जाता है। मुफ्त पैसा शराब सबसे बड़े लालच।'
आपको बता दें, प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा था कि कोरोना वायरस ने भारत को आत्मनिर्भर बनने और दुनिया में आगे बढ़ने अवसर उपलब्ध कराया है। सरकार के हाल के निर्णय, रिजर्व बैंक की घोषणाओं को मिलाकर यह पैकेज करीब 20 लाख करोड़ रुपये का होगा जो देश के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 10 प्रतिशत है। यह पैकेज भारत को आत्मनिर्भर बनाने के अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। इससे पहले केन्द्र सरकार ने गरीबों, बुजुर्गों और किसानों के लिये 1.74 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की।
स्थानीय उत्पादों के विनिर्माण को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए उन्होंने लोगों से 'लोकल पर वोकल बनने' यानी स्थानीय उत्पादों को महत्व देने और उनकी मांग बढ़ाने के साथ ही उनका प्रचार करने पर भी जोर दिया।
पीएम मोदी ने यह भी कहा था कि 18 मई से लॉकडाउन का चौथा चरण भी लागू किया जाएगा पर यह पहले के तीन चरणों से काफी अलग होगा। लॉकडाउन का तीसरा चरण 17 मई को समाप्त होने जा रहा है। तीसरे चरण में भी कारोबारी गतिविधियों के मामले में कई तरह की रियायतें दी गईं। लॉकडाउन के चौथे चरण के बारे में जानकारी 18 मई से पहले दे दी जाएगी।