2019 में मोदी को मात देने के लिए क्या गठबंधन कर सकते हैं AAP और कांग्रेस, इन फॉर्मूलों की है चर्चा
By पल्लवी कुमारी | Published: June 2, 2018 02:00 PM2018-06-02T14:00:52+5:302018-06-02T14:00:52+5:30
आप और कांग्रेस के साथ आने की उम्मीद उपचुनावों में गठबंधन की जीत के बाद लगाई जा रही है।
नई दिल्ली, 2 जून: देश में हाल ही में हुए 4 लोकसभा और 10 विधानसभा सीटों पर बीजेपी को मिली हार के बाद राजनीतिक गलियारों में आप और कांग्रेस पार्टी की साथ आने की चर्चा हो रही है। दोनों पार्टियों के नेताए एक-दूसरे की तारीफों में लगे हुए हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल में जहां पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह की तारीफ की है तो आप नेता दिलीप पांडे ने तो इतना तक कह दिया कि कांग्रेस नेता पार्टी के संपर्क में हैं।
सूत्रों के मुताबिक 2019 में मोदी लहर को रोकने के लिए आप और कांग्रेस में कुछ न कुछ तो जरूर चल रहा है। कयास तो यही लगाए जा रहे हैं कि दिल्ली में आप और कांग्रेस एक साथ जरूर आएगी। लेकिन इनके गठबंधन पर जो बात अटकेगी, वह सीटों के लेकर। कांग्रेस जितनी सीटें मांग रहे हैं, आप उतना देने को तैयार नहीं है।
.@ajaymaken जी! कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेता 'आम आदमी पार्टी' के संपर्क में हैं, और वे हरियाणा, दिल्ली और पंजाब में हमारा साथ/सहयोग चाहते हैं, और दिल्ली में हमसे वे एक सीट मांग रहें हैं. https://t.co/q8v6Xyujr1
— Dilip K. Pandey (@dilipkpandey) June 1, 2018
आप और कांग्रेस के साथ आने की उम्मीद उपचुनावों में गठबंधन की जीत के बाद लगाई जा रही है। शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन और आम आदमी पार्टी के नेता दिलीप पांडेय के ट्वीट ने इन अटकलों को और मजबूती दी। हालांकि, माकन के ट्वीट का दिलीप पांडेय की ओर से दिए गए जवाब से इतना तो साफ हो गया कि फिलहाल स्थिति साफ नहीं है। कांग्रेस के स्थानीय नेता इस गठबंधन को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं।
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On “so called” offer of AAP to Congress for 3 seats,look at my reply to Kejriwal!
— Ajay Maken (@ajaymaken) June 1, 2018
When the people of Delhi are continuously rejecting Kejriwal Govt, why should we come to their rescue?
After all, Kejriwal with team Anna supported by RSS, helped in creating this monster of Modi! pic.twitter.com/D8IwcqF0t9
हालांकि आप से जुड़े सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में किसी भी सूरत में आम आदमी पार्टी गठबंधन नहीं करेगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस समय पार्टी का सबसे मजबूत और इकलौता राज्य दिल्ली ही है ऐसे में वह इसको दूसरे के साथ कैसे बांट सकती है। पार्टी अरविंद केजरीवाल सरकार के कामकाज के आधार पर दिल्ली की सभी सातों लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस 3 सीटों के कथित ऑफर की बात कर रही है लेकिन आप पार्टी कांग्रेस को एक ही सीट देने की बात कह रहे हैं। लेकिन राजनीति के जानकारों का कहना है कि अगर बीजेपी को हराना है तो कांग्रेस और आप को साथ आना ही होगा। हालांकि समझौता किस तरह होगा और कैसे होगा, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
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