फटी जींस के बाद सीएम तीरथ सिंह रावत फिर चर्चा में, दो बच्चे पैदा किए, इसलिए राशन कम, देखें वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Published: March 21, 2021 06:15 PM2021-03-21T18:15:39+5:302021-03-21T18:17:11+5:30
देहरादूनः फटी जींस पर अपने बयान को लेकर देश भर में आलोचना झेल रहे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत एक बार फिर चर्चा में हैं। एक बार हंगामा होने वाला है।
तीरथ सिंह रावत ने और एक बयान दिया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कोविड और लॉकडाउन के दौरान बांटे गए अनाज पर बयान दिया है। हर घर में पर यूनिट 5 किलो राशन दिया गया।10 थे तो 50 किलो, 20 थे तो क्विंटल राशन दिया। फिर भी जलन होने लगी कि 2 वालों को 10 किलो और 20 वालों को क्विंटल मिला। इसमें जलन कैसी? जब समय था तो आपने 2 ही पैदा किए 20 क्यों नहीं पैदा किए।
#WATCH हर घर में पर यूनिट 5 किलो राशन दिया गया।10 थे तो 50 किलो, 20 थे तो क्विंटल राशन दिया। फिर भी जलन होने लगी कि 2 वालों को 10 किलो और 20 वालों को क्विंटल मिला। इसमें जलन कैसी? जब समय था तो आपने 2 ही पैदा किए 20 क्यों नहीं पैदा किए: उत्तराखंड CM मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत pic.twitter.com/cjh2hH5VKh
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 21, 2021
मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि उन्हें जींस से कोई ऐतराज नहीं है और वह खुद भी जींस पहनते थे। उन्होंने कहा कि फटी जींस पहनने की बात उन्होंने संस्कारों के परिप्रेक्ष्य में कही थी। उन्होंने कहा, ‘‘अगर किसी को लगता है कि फटी जींस ही पहननी है तो मुझे उससे कोई ऐतराज नहीं है। अगर किसी को बुरा लगता है तो मैं उनसे क्षमा मांगता हूं।’’
उन्होंने कहा कि अगर हम बच्चों में संस्कार और अनुशासन पैदा करेंगे तो वे भविष्य में कभी असफल नहीं होंगे। स्वयं को सामान्य ग्रामीण परिवेश से आया व्यक्ति बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूल के दिनों में जब उनकी पैंट फट जाती थी तो उन्हें डर लगता था कि कहीं गुरूजी डांटेंगे तो नहीं, दंड तो नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि यह अनुशासन और संस्कार था कि हम फटी पैंट पर पैबंद लगाकर स्कूल जाते थे।
रावत ने कहा था कि आजकल बच्चे चार—पांच हजार की महंगी जींस घर लाते हैं और उसे कैंची मार लेते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरी भी बेटी है और यह मुझ पर भी लागू होता है। मैंने घर पर संस्कारों की बात कही है, वातावरण कैसा हो। केवल किताबी ज्ञान नहीं, बच्चों में संस्कार भी पैदा करना चाहिए। चाहे वह लड़का हो या लड़की।’’