लखनऊ: प्रवासी श्रमिकों के लिए एक हजार बसों के संचालन को लेकर कांग्रेस और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के बीच राजनीति हो रही है। इसी बीच बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की आलोचना की है। मायावती ने एक के बाद एक बस विवाद पर चार ट्वीट किए हैं। मायावती ने लिखा, ''पिछले कई दिनों से प्रवासी श्रमिकों को घर भेजने के नाम पर खासकर बीजेपी और कांग्रेस द्वारा जिस प्रकार से घिनौनी राजनीति की जा रही है यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण। कहीं ऐसा तो नहीं ये पार्टियां आपसी मिलीभगत से एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करके इनकी त्रास्दी पर से ध्यान बांट रही हैं?''
एक अन्य ट्वीट में मायावती ने लिखा, यदि ऐसा नहीं है तो बी.एस.पी. का कहना है कि कांग्रेस को श्रमिक प्रवासियों को बसों से ही घर भेजने में मदद करने पर अड़ने की बजाए, इनका टिकट लेकर ट्रेनों से ही इन्हें इनके घर भेजने में इनकी मदद करनी चाहिए। तो यह ज्यादा उचित व सही होगा।
अपने तीसरे ट्वीट में मायावती ने लिखा, जबकि इन्हीं सब बातों को खास ध्यान में रखकर ही बीएसपी के लोगों ने अपने सामर्थ्य के हिसाब से प्रचार और प्रसार के चक्कर में ना पड़कर बल्कि पूरे देश में इनकी हर स्तर पर काफी मदद की है। यानी बीजेपी व कांग्रेस पार्टी की तरह इनकी मदद की आड़ में कोई घिनौनी राजनीति नहीं की है।
अपने चौथे ट्वीट में मायावती ने कहा, साथ ही, बीएसपी की कांग्रेस पार्टी को यह भी सलाह है कि यदि कांग्रेस को श्रमिक प्रवासियों को बसों से ही उनके घर वापसी में मदद करनी है अर्थात ट्रेनों से नहीं करनी है तो फिर इनको अपनी ये सभी बसें कांग्रेस-शासित राज्यों में श्रमिकों की मदद में लगा देनी चाहिये तो यह बेहतर होगा।
कांग्रेस का आरोप- श्रमिकों के लिए बसों को लेकर घटिया राजनीति कर रही है योगी सरकार
कांग्रेस ने बुधवार (20 मई) को आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार श्रमिकों को उनके गंतव्यों तक भेजने के लिए उसकी ओर से मुहैया कराई जा रही बसों को लेकर घटिया राजनीति कर रही है। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने यह भी कहा कि ये बसें बुधवार शाम पांच बजे तक राजस्थान से लगी उत्तर प्रदेश सीमा पर खड़ी रहेंगी और उत्तर प्रदेश सरकार को इन्हें जाने की अनुमति देनी चाहिए।
उन्होंने वीडियो लिंक के माध्यम से संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह घटिया राजनीति की चरम सीमा है। अजय सिंह बिष्ट सरकार (योगी आदित्यनाथ सरकार) गोल-गोल घूमा रही है। इस राजनीति का औचित्य क्या है? हम सरकार के इस रुख की कड़ी निंदा करते हैं।’’