असम में BPF ने छोड़ा बीजेपी का साथ, कांग्रेस से मिलाया हाथ, महागठबंधन का हुआ विस्तार
By अनुराग आनंद | Published: February 28, 2021 07:13 AM2021-02-28T07:13:34+5:302021-02-28T07:21:40+5:30
असम में विधानसभा चुनाव मजबूती से लड़ने के लिए कांग्रेस ने पहले ही एआईयूडीएफ, भाकपा, माकपा, भाकपा (माले) और आंचलिक गण मोर्चा (एजीएम) के साथ महागठबंधन का गठन किया था।
गुवाहाटी: चुनाव आयोग ने असम समेत पांच राज्यों में विधान सभा चुनाव 2021 के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया है। 27 मार्च को शुरू होने के बाद तीन चरणों में असम विधानसभा चुनाव संपन्न होना है। इसी बीच खबर है कि असम में कांग्रेस की अगुवाई वाले छह दलों के विपक्षी महागठबंधन का शनिवार को विस्तार हुआ।
गठबंधन में बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) भी शामिल हो गए, जिससे असम में तीन चरणों के विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ उसकी स्थिति और मजबूत हो गई।
बीपीएफ वर्तमान में भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में शामिल है। भाजपा-नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के खिलाफ मजबूती से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस ने पहले एआईयूडीएफ, भाकपा, माकपा, भाकपा (माले) और आंचलिक गण मोर्चा (एजीएम) के साथ महागठबंधन का गठन किया था।
शनिवार को बीपीएफ और राजद कांग्रेस नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल हो गया-
भाजपा विरोधी समूह को मजबूत करने के लिए शनिवार को बीपीएफ और राजद गठबंधन में शामिल हो गया। राजद बिहार विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है और जिसके राज्यसभा में पांच सदस्य थे, लेकिन लोकसभा में कोई भी नहीं है। भाजपा असम गण परिषद (एजीपी) और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के साथ असम चुनाव में उतरेगी।
कांग्रेस ने भरोसा जताया कि पार्टी फिर से सत्ता में आएगी-
बीपीएफ ने दिन में घोषणा की कि वे आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए महागठबंधन में शामिल होंगे। इस फैसले का स्वागत करते हुए, कांग्रेस ने भरोसा जताया कि पार्टी फिर से सत्ता में आएगी। असम कांग्रेस प्रमुख रिपुन बोरा और एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल की मुलाकात के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने घोषणा की कि उनकी पार्टी असम में महागठबंधन का हिस्सा होगी।
(एजेंसी इनपुट)