टीवी एंकर के सवाल में उलझे अमित शाह, वोट मैनेजमेंट पर उगली सच्चाई- 'कुछ टोलियां हैं, जो चुनाव के 8 महीने पहले एक्टिव होती हैं'
By खबरीलाल जनार्दन | Updated: March 24, 2018 21:20 IST2018-03-24T21:10:27+5:302018-03-24T21:20:27+5:30
आमतौर अमित शाह बेहद नपा-तुला बोलते हैं। लेकिन महिला एंकर की ओर से एक के बाद एक तारीफ के बाद वह भावनाओं में बह गए।

टीवी एंकर के सवाल में उलझे अमित शाह, वोट मैनेजमेंट पर उगली सच्चाई- 'कुछ टोलियां हैं, जो चुनाव के 8 महीने पहले एक्टिव होती हैं'
नई दिल्ली, 24 मार्चः भारतीय जनता पर्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में यह स्वीकारा है कि उनकी पार्टी ने कुछ टोलियां बनाई हैं, जो चुनाव के आठ महीने पहले सक्रिय होती हैं। उनका कहना है कि वे टोलियां जिस भी क्षेत्र में चुनाव होता है वहां आठ महीने पहले जमीन पर उतरती हैं, वहां के लोगों की समस्या और मुद्दों को परखती हैं। इसके बाद उसी के अनुसार अपना चुनावी घोषणा पत्र तैयार किया जाता है।
आमतौर पर पत्रकारों के सवालों में ना उलझने वाले बीजेपी अध्यक्ष एक टीवी चैनल की एंकर के सवालों में उलझ गए। टीवी एंकर ने पूछा कि आपके बूथ मैनेजमेंट की बहुत तारीफ होती है। हालिया त्रिपुरा चुनावों में तो लोग ट्रेन में चढ़कर उनकी परेशानियों का जायजा ले रहे थे। आप कैसे ये सब मैनज करते हैं?
इस सवाल के जवाब देते-देते अमित शाह भावनाओं में बह गए और बताने लगे कि कैसे वे बूथ मैनजमेंट करते हैं। उन्होंने बताया कि साल 2014 से कुछ टोलियां बन गई हैं। ये टोलिया जिस भी क्षेत्र में चुनाव होता है वहां करीब आठ से दस महीने पहले पहुंच जाती हैं। यह वहां चुपचाप लोगों से उनकी समस्याओं, मुद्दों के बारे में बात करती हैं। टोली जब इलाके की समस्याओं को समझ जाती है तब वह बीजेपी की घोषणा पत्र बनवाती है ताकि घोषणा में वहीं बातें लिखी हों जो वहां लोगों की समस्या हो।
सवाल के जवाब में अमित शाह यह भी बोल गए कि अब उनकी नजर केवल बूथ मैनेजमेंट पर नहीं बल्कि अब वे वोटर लिस्ट के पेज मैनेजमेंट की ओर बढ़ गए हैं।
अमित शाह ने कहा, 'हम अब बूथों तक नहीं पेजों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।' उल्लेखनीय है कि त्रिपुरा चुनावों में 'पन्ना प्रमुख' की संकल्पना सामने आई थी। इसमें बीजपी के रणनीतिकारों ने वोटर लिस्ट के हर पन्ने पर एक पन्ना प्रमुख चुना था। जो उस पेज के खास 60 लोगों पर काम करते थे और उन्हें अपनी पार्टी के पक्ष में वोट देने के लिए तैयार करता था। इस बात को अब अमित शाह ने स्वीकार कर लिया है।
क्या भारतीय सरकार का हिस्सा बनेंगे अमित शाह
इन दिनों एक बड़ा सवाल यह भी उठ रहा था कि क्या आगामी चुनावों में बीजेपी की जीत के बाद अमित शाह भी भातरीय सरकार का हिस्सा होंगे। क्योंकि गुजरात में गृहमंत्री रहने के दौरान वह 10-10 विभाग देखते थे। इस सवाल पर अमित शाह का जवाब था कि भविष्य के बारे में वह बहुत कुछ नहीं कह सकते। लेकिन फिलहाल उनके पास इतना बड़ा काम है कि उनके पास किसी और काम के लिए समय नहीं है। वह किसी भी हाल में बीजेपी को 2019 में भारी बहुमत से जीताना चाहता हैं।