बीजेपी सांसद की धमकी- आरक्षण खत्म नहीं किया तो खून की नदियां बहेंगी
By पल्लवी कुमारी | Published: April 2, 2018 10:00 AM2018-04-02T10:00:43+5:302018-04-02T10:00:43+5:30
सावित्री बाई फुले केंद्र सरकार के SC/ST कानून के खिलाफ हो गई हैं। पिछले तीन महीने से SC/ST को नौकरी और प्रमोशन में आरक्षण की मांग कर रहे हैं।
लखनऊ, 2 अप्रैल: बीजेपी सांसद सावित्री बाई फुले ने अपनी ही सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू करने का पूरा मन बना लिया है। सावित्री बाई फुले ने रविवार 1अप्रैल को लखनऊ में आरक्षण बचाओ महारैली का आयोजन किया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि आरक्षण कोई सरकार के द्वारा दी भीख नहीं बल्कि प्रतिनिधित्व का मामला है। आरक्षण को खत्म करने का दुस्साहस किया गया तो भारत की धरती पर खून की नदियां बहेंगी।
उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, 'हम अपने अधिकारों के लिए अपना पूरा जीवन दांव पर लगा सकते हैं। भारत का संविधान सही तरीके से लागू नहीं है। हम बहुजन लोगों को अब समानता का अधिकार नहीं दिया गया है।'
सावित्री बाई फुले ने यहां यह भी कहा, 'मुझे किसी तरह के चुनाव से कोई फर्क नहीं पड़ता है। मैं अपनी सांसदों के सीट की कोई परवाह नहीं करती। मेरे पास सीट हो या ना हो लेकिन मैं अपनी अंतिम सांस तक हमारे समाज के अधिकार के लिए लड़ूंगी।'
उन्होंनें यह भी कहा, 'हमें उसी संविधान की बदौलत मुख्यमंत्री या राष्ट्रपति बनने का अधिकार मिला है, जिसके खिलाफ आज साजिश रची जा रही है। इसके पीछे कुछ वरिष्ठ नेता हैं और केंद्र सरकार की नीतियों की वजह से, एससी-एसटी और अल्पसंख्यकों को संविधान में मिला अधिकार खतरे में हैं।
सावित्री बाई फुले केंद्र सरकार के SC/ST कानून के खिलाफ हो गई हैं। सावित्री बाई फुले पिछले तीन महीने से SC/ST को नौकरी और प्रमोशन में आरक्षण के मांग के लिए बहराइच में आंदोलन शुरू किया था। 1 अप्रैल से शुरू हुआ ये आरक्षण वेस्ट यूपी के कई जिलों में होगा।