सीएम नीतीश कुमार के साथ नजदीकी के कारण भाजपा ने टिकट नहीं दियाः सरयू राय
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 18, 2019 04:59 PM2019-11-18T16:59:18+5:302019-11-18T17:59:12+5:30
राय राज्य की भाजपा नीत राजग सरकार में नागरिक आपूर्ति, खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री हैं और वर्तमान विधानसभा में जमशेदपुर (पश्चिम) सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं।
झारखंड में चुनावी गतिविधि तेज है। इस बीच रघुवर दास कैबिनेट के मंत्री सरयू राय ने मुख्यमंत्री के खिलाफ निर्दलीय नामांकन कर दिया है। भाजपा ने सरयू राय को टिकट नहीं दिया है। सरयू राय भाजपा के धाकड़ नेता है। वह जमशेदपुर से चुनाव जीतते आ रहे हैं।
झारखंड के पूर्व मंत्री सरयू रॉय ने सोमवार को कहा कि भाजपा द्वारा उन्हें टिकट नहीं देने की एक वजह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उनकी नजदीकी हो सकती है। रॉय जमशेदपुर (पूर्व) सीट से मुख्यमंत्री रघुबर दास के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने सोमवार को नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया।
उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों की सूची को मंजूरी देने वाले भाजपा संसदीय बोर्ड के कम से कम तीन सदस्यों ने मुझे बताया कि नीतीश कुमार द्वारा 2017 में मेरी पुस्तक "फ्रेंड" के विमोचन पर कड़ी नाराजगी जताई गई और संभवत: यही मुझे टिकट नहीं दिये जाने का एक कारण बना। रॉय ने कहा कि वह इसे समझ नहीं पा रहे हैं क्योंकि नीतीश ने 2017 में एक बार फिर भाजपा से हाथ मिलाकर बिहार में राजग सरकार का गठन किया था।
उन्होंने कहा, "मेरी पुस्तक गैर-राजनीतिक विषय पर थी और नीतीश कुमार से इसका विमोचन कराना कोई अपराध नहीं है।" रॉय ने झारखंड के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद उन्होंने जमशेदपुर (पूर्व) सीट से मुख्यमंत्री रघुबर दास के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरने का फैसला किया।
उन्होंने कहा, "यह (कुमार द्वारा पुस्तक का विमोचन) भाजपा द्वारा मुझे टिकट नहीं दिये जाने का एक कारण हो सकता है।" रॉय ने दावा किया कि जद(यू) के साथ-साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने चुनाव में उन्हें समर्थन देने का वादा किया है।
सरयू राय ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ नजदीकी शायद उन वजहों में से एक हो, जिसकी वजह से भाजपा ने मुझे विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया। राय राज्य की भाजपा नीत राजग सरकार में नागरिक आपूर्ति, खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री हैं और वर्तमान विधानसभा में जमशेदपुर (पश्चिम) सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं।
झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की ओर अबतक घोषित किये गये 72 उम्मीदवारों की सूची में अपना नाम नहीं पाकर पार्टी के नेता एवं झारखंड के मंत्री सरयू राय ने कहा कि वह टिकट की भीख नहीं मांग सकते।
भाजपा ने 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के चुनाव के लिए अबतक चार सूचियों में 72 उम्मीदवारों की घोषणा की है। राय से जब यहां संवाददाता सम्मेलन में भाजपा द्वारा उनके नाम की घोषणा में देरी और अनिश्चितता के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘ पार्टी नेतृत्व से सीट की भीख मांगना मेरे लिए उपयुक्त नहीं है। इसलिए मैंने उनसे मेरे नाम पर विचार नहीं करने को कहा है।’’
भाजपा ने राय समेत दस विधायकों को विधानसभा चुनाव के लिए फिर से टिकट नहीं दिया है। जब राय से उनके अगले कदम और चुनाव लड़ने की संभावना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कोई निर्णय लेने से पहले वह रविवार को इस मुद्दे अपने समर्थकों के साथ चर्चा करेंगे। उन्होंने इस बात से भी इनकार किया कि जमशेदपुर (पूर्व) सीट से चुनाव लड़ने के लिए किसी दल ने उनसे संपर्क किया है जहां से मुख्यमंत्री रघुवर दास चुनाव लड़ रहे हैं।