बिहार: कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए आगे आए तेजस्वी यादव, कहा- सरकार चाहे तो आइसोलेशन के लिए मेरा सरकारी बंगला इस्तेमाल करे
By अनुराग आनंद | Published: March 23, 2020 01:04 PM2020-03-23T13:04:41+5:302020-03-23T18:51:29+5:30
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार सरकार चाहे तो कोरोना से लड़ने में नेता प्रतिपक्ष के नाते आवंटित आवास का आइसोलेशन, जांच केंद्र या क्वारनटीन के लिए इस्तेमाल कर सकती है।
नई दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश में 31 मार्च तक के लिए पूर्ण लॉकडाउन का आदेश दे दिया है। नीतीश सरकार ने रविवार को जनता कर्फ्यू की सफलता के तुरंत बाद मीटिंग कर इस बात की घोषणी की। इसी बीच कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग से जीतने के मुद्दे पर पूर्व उप-मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने बड़ी पहल की है।
आजतक के मुताबिक, तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार सरकार चाहे तो कोरोना से लड़ने में नेता प्रतिपक्ष के नाते आवंटित आवास का आइसोलेशन, जांच केंद्र या क्वारनटीन के लिए इस्तेमाल कर सकती है। बता दें कि इससे पहले तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री राहत कोष में एक माह की सैलरी देने का भी ऐलान किया है।
इसके पहले भी तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा था कि इस कठिन घड़ी में सभी सामर्थ्यवान राज्यवासी ज़िम्मेदारी से अपना-अपना कर्तव्य निभाएंगे। साथी बिहारवासियों के जीवन सुरक्षा का ज़िम्मा लेंगे। जितना बन पड़ेगा, उतना करेंगे। कोरोना से लड़ेंगे, मिलकर उसे हराएँगे, बिहार को सुरक्षित बनाएंगे।
इसके साथ ही तेजस्वी ने कहा कि बिहार सरकार को व्यवसायी बन्धूओं के लिए ब्याज माफ़ी, क़र्ज़ लौटाने में रियायत और छोटे व्यापारियों के लिए भी वित्तीय प्रावधानों का ऐलान करना चाहिए। जनहित के हर फ़ैसले में हम सरकार के साथ हैं लेकिन कोरोना के विरुद्ध इस सामूहिक लड़ाई में सरकार को भी सहायता और क्षतिपूर्ति करनी चाहिए।
इस कठिन घड़ी में सभी सामर्थ्यवान राज्यवासी ज़िम्मेदारी से अपना-अपना कर्तव्य निभाएँगे। साथी बिहारवासियों के जीवन सुरक्षा का ज़िम्मा लेंगे। जितना बन पड़ेगा, उतना करेंगे। कोरोना से लड़ेंगे, मिलकर उसे हराएँगे, बिहार को सुरक्षित बनाएँगे।#Covid_19indiapic.twitter.com/YZg84RNfZ7
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 23, 2020
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार सरकार से निवेदन है की वृद्ध, ग़रीब, दैनिक मज़दूरों, निम्न आय वर्ग, BPL व APL परिवारों के लिए मुफ़्त राशन व कम से कम 6000/ माह विशेष आर्थिक सहायता का तत्काल प्रबन्ध करे। पेन्शनधारियों को 5000 अग्रिम राशि, राशन, सरकारी कर्मचारियों को आंशिक अग्रिम वेतन की अविलंब व्यवस्था करे।
बिहार सरकार से निवेदन है की वृद्ध, ग़रीब, दैनिक मज़दूरों, निम्न आय वर्ग, BPL व APL परिवारों के लिए मुफ़्त राशन व कम से कम 6000/ माह विशेष आर्थिक सहायता का तत्काल प्रबन्ध करे।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 22, 2020
पेन्शनधारियों को 5000 अग्रिम राशि, राशन, सरकारी कर्मचारियों को आंशिक अग्रिम वेतन की अविलंब व्यवस्था करे।
आपको बता दें कि बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पत्रकार वार्ता आयोजित कर अपनी 'बेरोजगारी हटाओ यात्रा' रोकने का एलान किया था। उन्होंने 25 मार्च तक 'बेरोजगारी हटाओ यात्रा' का कार्यक्रम भी रद्द कर दिया है। यही नहीं, तेजस्वी ने 31 मार्च तक सभी कार्यक्रमों को भी स्थगित कर दिया है। वहीं, महागठबंधन में को-ऑर्डिनेशन कमिटी की मांग उठाने वाले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के नेता जीतन राम मांझी को उन्होंने करारा जवाब देते हुए जमकर निशाना साधते हुए कहा कि उनके बेटे विधान परिषद में कैसे पहुंचे?
दरअसल, तेजस्वी यादव से जब पत्रकारों ने मांझी की नाराजगी और उनके द्वारा उठाए गए को-ऑर्डिनेशन कमिटी की डिमांड से जुड़ा सवाल पूछा तो तेजस्वी यादव ने तल्ख अंदाज में इसका जवाब देते हुए कहा कि को-ऑर्डिनेशन कमिटी के बिना थोड़े ही ना मांझी जी के बेटे संतोष मांझी को राजद के कोटे से एमएलसी(विधान पार्षद) बनाया गया है, इसलिए कोऑर्डिनेशन कमिटी का सवाल बेबुनियाद है। इसके बाद तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार पर आरोप लगाते हुए सवालों की झड़ी लगा दी।