बिहार विधान परिषद चुनावः मुश्किल में कांग्रेस प्रत्याशी, नैया डूबेगी या बचेगी, समीर सिंह की उम्मीदवारी पर लटकी तलवार, जांच कर रहा है आयोग
By एस पी सिन्हा | Published: June 26, 2020 08:35 PM2020-06-26T20:35:50+5:302020-06-26T20:35:50+5:30
कल आनन फानन में नामांकन करने वाले समीर कुमार सिंह के कागजातों में कई गड़बड़ियां पाई गई हैं. जदयू ने उनके कागजातों में गड़बड़ी का आरोप लगाया है. मामले की जांच चुनाव आयोग के ऑबजर्वर करे रहे हैं.
पटनाः बिहार में कांग्रेस का भाग्य लगता है साथ नहीं दे रहा है. पहले तारीक अनवर के उम्मीदवारी पर ताला लगा तो अब समीर कुमार सिंह की उम्मीदवारी पर तलवार लटकने लगी है.
बिहार विधान परिषद चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार समीर कुमार सिंह का नामांकन रद्द हो सकता है. कल आनन फानन में नामांकन करने वाले समीर कुमार सिंह के कागजातों में कई गड़बड़ियां पाई गई हैं. जदयू ने उनके कागजातों में गड़बड़ी का आरोप लगाया है. मामले की जांच चुनाव आयोग के ऑबजर्वर करे रहे हैं.
यहां उल्लेखनीय है कि पहले कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार तारिक अनवर स्थानीय पहचान पत्र नहीं होने के कारण छट गए. तारिक अनवर छटे तो समीर सिंह की लाटरी निकल गई. उन्हें आनन फानन में उम्मीदवार बना दिया गया. लेकिन अब उनका नामांकन भी रद्द हो सकता है.
चुनाव में नामांकन खत्म होने के बाद आज नामांकन पत्रों की जांच हो रही थी
दरअसल बिहार विधान परिषद चुनाव में नामांकन खत्म होने के बाद आज नामांकन पत्रों की जांच हो रही थी. जांच के दौरान ही जदयू की ओर से मौजूद प्रतिनिधि और संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने आपत्ति जताते हुए उनका नामांकन पत्र रद्द करने की मांग की.
श्रवण कुमार ने कहा कि समीर कुमार सिंह के नामांकन पत्र में कई गड़बड़ियां पाई गई हैं. बिहार के संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि किसी भी चुनाव में नामांकन पत्र भरने के लिए चुनाव आयोग फार्मेट देता है. लेकिन समीर कुमार सिंह ने कल जो नामांकन पत्र भरा वो अलग ही फार्मेट था.
कर्मचारियों की संपत्ति घोषित करने के लिए एक फार्मेट में समीर कुमार सिंह ने अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया. श्रवण कुमार ने बताया कि कल समीर कुमार सिंह ने कल जो नामांकन पत्र दाखिल किया उसमें संपत्ति का ब्योरा भी सही नहीं था.
इनकम टैक्स रिटर्न से उनका नामांकन पत्र में दिया गया ब्योरा मेल नहीं खा रहा था
उनके इनकम टैक्स रिटर्न से उनका नामांकन पत्र में दिया गया ब्योरा मेल नहीं खा रहा था. इसके बाद मामले की जांच चुनाव आयोग न के ऑबजर्वर के पास भेजा गया है. उन्होंने मामले की जांच शुरू कर दी है. इसमें पूरी जांच पड़ताल की जा रही है.
उधर, कांग्रेसी उम्मीदवार समीर सिंह ने कहा कि उनके नामांकन पत्र में छोटी-मोटी कमी थी. आज उन्होंने चुनाव पदाधिकारी के पास जाकर सारे कागजात ठीक करा दिये हैं. बता दें कि कांग्रेस में आनन फानन में समीर कुमार सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित किया था. हड़बड़ी में नामांकन करने गये समीर कुमार सिंह से कई गड़बड़ी हो गई है. ऐसे में अब देखना ये है कि उनका नामांकन रद्द होता है या फिर बच जाते हैं.