तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर लगाया 'गाली' देने का आरोप तो JDU ने कहा- 'वीडियो में भी घोटाला, ओरिजिनल वाला कान खोल के सुनिए...'
By पल्लवी कुमारी | Published: June 13, 2020 03:20 PM2020-06-13T15:20:34+5:302020-06-13T15:20:34+5:30
बिहार में विधानसभा चुनाव ( Bihar Assembly Election 2020) कोविड-19 वैश्विक महामारी के बीच में ही होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) ने अपने कार्यकर्ताओं से सोशल मीडिया पर अपनी मौजदूगी बढ़ाने और पहली बार मतदान करने वालों पर विशेष ध्यान देने को कहा है।
पटना: बिहार में होने वाले विधान सभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) को लेकर राजनीति सरगर्मियां तेज हो गई हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपने एक ट्वीट को लेकर आज (12 जून) को चर्चा में आ गए हैं। तेजस्वी यादव ने अपने एक ट्वीट में बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार पर गाली देने का आरोप लगाया है। तेजस्वी यादव ने एक वीडियो को री-ट्वीट करते हुए राज्य के भवन निर्माण मंत्री और जेडीयू नेता अशोक चौधरी और नीतीश कुमार दोनों पर गाली देने का आरोप लगाया है। तेजस्वी यादव ने वीडियो री-ट्वीट कर ट्वीट किया, ''भगवान आदरणीय नीतीश कुमार जी को सद्बुद्धि दें। सब जानते है गाली के शब्द नीतीश जी के हैं लेकिन मुंह किसी और का। वो दिन भर हमें करोड़ों गालियां दें और दिलवाएं लेकिन कृपया विधि व्यवस्था ठीक कर बिहार को उद्योग, बेरोजगार युवाओं को नौकरी, श्रमिकों को रोजगार, सम्मान और राशन अवश्य दें।''
भगवान आदरणीय @NitishKumar जी को सदबुद्धि दें। सब जानते है गाली के शब्द नीतीश जी के है लेकिन मुँह किसी और का। वो दिन भर हमें करोड़ों गालियाँ दें और दिलवाए लेकिन कृपया विधि व्यवस्था ठीक कर बिहार को उद्योग, बेरोजगार युवाओं को नौकरी, श्रमिकों को रोज़गार, सम्मान और राशन अवश्य दें। https://t.co/jgNhQiJ2ZR
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 13, 2020
जिस वीडियो को तेजस्वी यादव ने री-ट्वीट किया उसे राजद नेता शिव चंद्र राम चमार ने ट्वीट किया था। शिव चंद्र राम चमार ने ट्वीट कर लिखा था- ''क्या नीतीश कुमार के मंत्री द्वारा आदरणीय लालू प्रसाद यादव जी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जी को असंसदीय गाली देना शोभा देता है? इन्होंने 15 साल में सुई तक का कारखाना लगाया नहीं। अब बेरोजगार युवा इनसे सवाल करते हैं तो ये निर्लज्ज प्राणी बौखला कर गाली-गलौज पर उतर आए हैं?''
वीडियो में बोलते हुए बिहार के भवन निर्माण मंत्री और JDU नेता अशोक चौधरी दिख रहे हैं।
JDU के नेता ने पलटवार करते हुए कहा- ये तो वीडियो घोटाला है
JDU के प्रवक्ता निखिल मंडल का आरोप है कि तेजस्वी यादव ने भवन निर्माण मंत्री और JDU नेता अशोक चौधरी के एडिटेड वीडियो को री-ट्वीट किया है।
JDU के प्रवक्ता निखिल मंडल ने अशोक चौधरी के बयान का ऑरिजनल वीडियो पोस्ट किया है। निखिल मंडल ने ट्वीट कर लिखा, ''मतलब घोटाला में गिनीज बुक में नाम दर्ज करना मकसद है क्या तेजस्वी यादव। हर बात में घोटाला और अब वीडियो घोटाला। गाली-गलौज देना ये सब संस्कार राजद का रहा हैं। कुछ अच्छा कीजिये तेजस्वी भाई, कबतक चोरी -घोटाला -फर्जीवारा करके राजनीति कीजिएगा.? ओरिजिनल वीडियो कान खोल के सुन लीजिए।''
मतलब घोटाला में गिनीज बुक में नाम दर्ज करना मकसद है क्या @yadavtejashwi.
— Nikhil Mandal (@nikhilmandalJDU) June 13, 2020
हर बात में घोटाला और अब वीडियो घोटाला.
गाली-गलौज देना ये सब संस्कार राजद का रहा हैं.
कुछ अच्छा कीजिये तेजस्वी भाई,कब तक चोरी -घोटाला -फर्जीवारा करके राजनीति कीजिएगा.?
ओरिजिनल वीडियो कान खोल के सुन लीजिए. https://t.co/DwjnkQ4uSlpic.twitter.com/67gle2qWUD
भवन निर्माण मंत्री और JDU नेता अशोक चौधरी ने भी दी अपनी प्रतिक्रिया
भवन निर्माण मंत्री और JDU नेता अशोक चौधरी ने फर्जी वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा, ''फर्जी और एडिटेड वीडियो के सहारे मेरे समाज को अपशब्द न कहिए राजद के युवराज। आपके पिता के काल मे जो हमारा शोषण हुआ, ये जग जाहिर है। मेरे रोम-रोम में मेरा समाज बसता है। मेरे समाज को अपशब्द कहने के लिए तेजस्वी यादव माफी मांगें। मुझे जो कहना है कह लो, मेरे समाज को नहीं। सनद रहे।''
फ़र्ज़ी और एडिटेड वीडियो के सहारे मेरे समाज को अपशब्द न कहिए राजद के युवराज।
— Dr. Ashok Choudhary (@AshokChoudhaary) June 13, 2020
आपके पिता के काल मे जो हमारा शोषण हुआ, ये जग ज़ाहिर है। मेरे रोम-रोम में मेरा समाज बसता है। मेरे समाज को अपशब्द कहने के लिए तेजस्वी यादव माफ़ी मांगें।
मुझे जो कहना है कह लो, मेरे समाज को नहीं। सनद रहे। pic.twitter.com/ogL8bFvI6u
JDU के प्रवक्ता निखिल मंडल का आरोप है कि अशोक चौधरी ने गाली नहीं दी बल्कि शोषित बोलने में थोड़ा लड़खड़ा गए थे, जिसे राजद द्वारा फायदा उठाकर वीडियो को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है।
बिहार में फिलहाल भाजपा, जदयू और लोजपा का गठबंधन है। राजद, कांग्रेस और अन्य दलों का गठबंधन सत्ताधारी राजग को विधानसभा चुनाव में चुनौती देगा । बिहार में 243 विधानसभा क्षेत्र हैं। वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में राजग को राजद-जद(यू)-कांग्रेस के महागठबंधन से हार मिली थी लेकिन नीतीश कुमार ने 2017 में अपनी राह अलग कर ली और चार साल के अंतराल के बाद फिर से भगवा पार्टी से हाथ मिला लिया था।