चिराग पासवान बोले- रामविलास देश के बड़े नेता, बहुत दिन क्षेत्र में बंधकर की राजनीति, अब जाएं राज्यसभा
By एस पी सिन्हा | Updated: October 29, 2018 15:53 IST2018-10-29T15:53:06+5:302018-10-29T15:53:06+5:30
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि इस मामले में रामविलास पासवान की चुप्पी काफी कुछ कहती है। तेजस्वी ने कहा कि चिराग पासवान कम सीट मिलने की बात जरूर कर रहे हैं, लेकिन जब तक किसी दल का राष्ट्रीय अध्यक्ष विरोध दर्ज नहीं कराता तो तब तक उसकी बात नहीं सुनी जाती।

चिराग पासवान बोले- रामविलास देश के बड़े नेता, बहुत दिन क्षेत्र में बंधकर की राजनीति, अब जाएं राज्यसभा
लोजपा सांसद व पार्टी के संसदीय कमेटी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा है कि मैं चाहता हूं कि मेरे पिता, लोजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान देश के जाने-माने नेताओं में से एक हैं और उन्होंने बहुत दिनों तक एक क्षेत्र में बंधकर राजनीति की। अब उनका दायरा बड़ा होना चाहिए और उन्हें अब राज्यसभा जाना चाहिए। राज्यसभा में जाने पर वे देशभर में एनडीए के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे।
अंतिम फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान खुद करेंगे
चिराग पासवान ने कहा कि यह मेरी इच्छा है, वैसे इसका अंतिम फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान खुद करेंगे। खुद के चुनाव लड़ने पर उन्होंने कहा कि जमुई मेरा चुनावी क्षेत्र है और इसबार भी मेरा चुनाव क्षेत्र यही रहेगा। उन्होंने कहा कि एनडीए एकजुट है, बिहार में जदयू बड़ी पार्टी है और नीतीश कुमार बड़े राजनेता हैं।
वहीं भाजपा का भी व्यापक जनाधार है। वे लोग बराबर-बराबर सीटों पर लडें, इसमें हमें कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन, एनडीए के अन्य घटक दलों का भी सम्मान जरूरी है। उन्होंने कहा कि अभी संख्या तय होना बाकी है। सीटों का बंटवारा करने से पहले लोजपा को सम्मानजनक सीटें मिलनी ही चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बयान पर गौर करें तो उन्होंने सम्मानजनक बात की है। लोजपा राजग में सम्मानजनक हिस्सा चाहती है।"
चिराग पासवान ने रखी ये शर्त
चिराग ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव के समय लोजपा को सात सीटें मिली थीं जिनमें से छह पर पार्टी ने जीत हासिल की थी। उन्होंने कहा कि अगर लोजपा के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष के नाते बात की जाए तो वे सात से अधिक सीट चाहते हैं। चिराग ने कहा कि हमारी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने भी सात सीटों की मांग की थी, पर आप जब गठबंधन में शामिल हैं तो उसकी अपनी सीमा और मर्यादा होती है। आपको उसका भी ध्यान रखना होगा।
चिराग पासवान ने कहा- हमारी प्राथमिकता गठबंधन को मजबूत करना
उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता गठबंधन को मजबूत करना और नरेंद्र मोदी को 2019 में फिर प्रधानमंत्री बनाना है।
इधर, बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि इस मामले में रामविलास पासवान की चुप्पी काफी कुछ कहती है। तेजस्वी ने कहा कि चिराग पासवान कम सीट मिलने की बात जरूर कर रहे हैं, लेकिन जब तक किसी दल का राष्ट्रीय अध्यक्ष विरोध दर्ज नहीं कराता तो तब तक उसकी बात नहीं सुनी जाती।
रामविलास पासवान की खामोशी काफी कुछ कहती है
उन्होंने कहा कि रामविलास पासवान ने अभी तक इस फॉर्मूले पर अपना कोई बयान नहीं दिया है, वो खामोश हैं और उनकी खामोशी काफी कुछ कहती हैं। तेजस्वी ने कहा कि एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा हैं। तेजस्वी यादव ने लगे हाथ यह भी कह डाला कि रामविलास पासवान हमारे अभिभावक हैं, कम से कम उन्होंने नीतीश कुमार की तरह पीठ में छुरा भोंकने का काम नही किया है।