बिहार: BJP के सीटिंग विधायक अरुण सिन्हा का अपने ही दल के कार्यकर्ताओं ने किया जबर्दस्त विरोध
By एस पी सिन्हा | Published: September 19, 2020 06:56 PM2020-09-19T18:56:08+5:302020-09-19T20:29:13+5:30
उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के चहेते माने जाने वाले विधायक अरुण सिन्हा का कहना है कि वह इनसब बातों का नोटिस नही लेते हैं.
पटना: बिहार में भाजपा कार्यकर्ताओं ने अब अपनी ही पार्टी के विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और पार्टी को चेतावनी दे दी है कि इस बार विधायक का टिकट नहीं काटा तो सबक सिखा देंगे. मामला राजधानी पटना के कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र का है.
यहां के स्थानीय लोग भाजपा के सीटिंग विधायक अरूण सिन्हा का भारी विरोध कर रहे हैं. स्थानीय लोग जगह-जगह पर विधायक के खिलाफ पुतला दहन कर विरोध जता रहे हैं. कुछ दिन पहले कंकड़बाग के टेम्पो स्टैंड के समीप स्थानीय लोगों ने विधायक अरूण सिन्हा का पुतला दहन किया और विरोध में जमकर नारेबाजी की थी.
हालांकि, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के चहेते माने जाने वाले विधायक अरूण सिन्हा का कहना है कि वह इनसब बातों का नोटिस नही लेते हैं. अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं-नेताओं द्वारा लगाया जा रहे भ्रष्टाचार जैसे गंभीर आरोपों पर उन्होंने कहा कि कुछ तो लोग कहेंगें लोगों का काम है कहना.
कुछ लोग ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि मैं झुक जाऊं और उनके इशारे पर चलूं. लेकिन ऐसा होगा नहीं. पार्टी के कार्यकर्ताओं के अलावे स्थानीय लोग भी इनके क्रिया-कलापों से खुश नही बताये जा रहे हैं. यही कारण है कि राजधानी पटना के कदमकुआं, राजेन्द्रनगर, कंकडबाग समेत दर्जनों मोहल्लों में उनके खिलाफ कई पोस्टर लगाये गए हैं.
पोस्टर पर विधायक अरूण कुमार सिन्हा को पटना डूबोने वाले विधायक की संज्ञा दी गई थी. साथ ही नारा लिखा गया था -कुम्हरार की जनता करे पुकार-नहीं चाहिए अरुण सिन्हा इस बार.... पानी की बहार है, यही कुम्हरार है-अरुण सिन्हा को बदलना इस बार है. सभी चौक-चौराहों पर लगाये गए पोस्टर में इस तरह के नारे लिखे गए हैं.
यहां बता दें कि भाजपा विधायक को लेकर स्थानीय लोगों में गजब का गुस्सा है. कई दफे तो विधायक को स्थानीय लोगों ने घेरा भी है और काफी भला-बुरा भी कहा है. दरअसल स्थानीय लोगों की शिकायत है कि विधायक किसी काम के नहीं हैं. राजधानी डूबने के समय भी विधायक अरूण सिन्हा गायब रहे. काफी दिनों के बाद उनकी नींद खुली.
तभी से कंकडबाग और राजेन्द्रनगर के स्थानीय लोग विधायक से खासे नाराज हैं. कुम्हरार विधानसभा से लगातार तीन बार से जीतते आ रहे भाजपा विधायक अरूण कुमार सिन्हा को लेकर सिर्फ मतदाताओं में ही नहीं बल्कि भाजपा कार्यकर्ताओं भी में भारी आक्रोश है. स्थानीय लोग हर चौक-चौराहों पर बैनर-पोस्टर और विधायक का पुतला जलाकर विधायक अरुण सिन्हा का विरोध कर रहे हैं.
अब तो भाजपा कार्यकर्ता खुलकर मैदान में उतर गए हैं और पार्टी नेतृत्व से प्रत्याशी बदलने की मांग कर रहे हैं. कुम्हरार के भाजपा कार्यकर्ताओं ने ऐलान कर दिया कि क्षेत्र से भगोडा प्रत्याशी नहीं चाहिए.
पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं की तरफ से विरोध में उतरने के बाद भाजपा विधायक की टेंशन बढ गई है. लिहाजा विधायक की तरफ से मैसेज देने की कोशिश की जा रही कि पार्टी कार्यकर्ताओं में कोई नाराजगी नहीं है.
जानकार बताते हैं कि कुम्हरार विधानस्भा के भाजपा विधायक अरूण सिन्हा को लेकर जिस तरह से कार्यकर्ताओं में नाराजगी बढ रही है, उससे उनकी टेंशन बढ गई ह. लिहाजा डैमेज कंट्रोल की कोशिश शुरू की गई है. बताया जाता है कि विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के सभी 17 मंडल अध्यक्षों से कहा गया है कि आप लोग चिट्ठी लिखकर दीजिए कि विधायक के खिलाफ कोई नाराजगी नहीं है.
जो लोग विधायक उम्मीदवार बदलने की मांग कर रहे वे भाजपा के तथाकथित कार्यकर्ता हैं. बाकि के सभी कार्यकर्ता और नेता विधायक अरूण सिन्हा के साथ खडे हैं. अधिकांश मंडल अध्यक्ष चिट्ठी लिखकर अपने जिलाध्यक्ष को भेज रहे हैं. फिर जिलाध्यक्ष उन पत्रों पर प्रदेश मुख्यालय भेजेंगे. भाजपा के कई मंडल अध्यक्षों का पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो गया है.
कुम्हरार के भाजपा नेता और पूर्व प्रदेश मीडिया प्रभारी दीपक अग्रवाल ने कहा कि क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं को अब भाजपा के विधायक अरूण सिन्हा मंजूर नहीं हैं. अब बहुत हुआ क्षेत्र को भगोडा विधायक नहीं चाहिए.
वे किसी एंगल से विधायक बनने लायक नहीं हैं. ऐसे में नेतृत्व कुम्हरार विधानसभा से उम्मीदवार बदले. ऐसा नहीं करने पर पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता उनका विरोध करेंगे.