Bihar Assembly election 2020: संशय में तेजस्वी यादव, बुलाई पार्टी पदाधिकारियों की बैठक, कहा-मुख्यमंत्री की दावेदारी पर समझौता नहीं
By एस पी सिन्हा | Published: July 9, 2020 07:49 PM2020-07-09T19:49:16+5:302020-07-09T19:49:16+5:30
चुनाव आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि बिहार में हर हाल में चुनाव कराया जाएगा. आयोग के फैसले के बाद तेजस्वी यादव ने आनन-फानन में अपनी पार्टी की बैठक बुलाई. इस बैठक में उन्होंने आगे की रणनीति पर विचार कर नेताओं को होमवर्क सौंपा.
पटनाः बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग के रुख से अब यह स्पष्ट हो गया है कि चुनाव वक्त पर ही होने जा रहा है. हालांकि तेजस्वी यादव ने फिलहाल कोरोना संकट के बीच चुनाव नहीं कराने की मांग रखी थी.
लेकिन आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि बिहार में हर हाल में चुनाव कराया जाएगा. आयोग के फैसले के बाद तेजस्वी यादव ने आनन-फानन में अपनी पार्टी की बैठक बुलाई. इस बैठक में उन्होंने आगे की रणनीति पर विचार कर नेताओं को होमवर्क सौंपा.
वहीं, बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार के नाम पर सवाल उठा रहे नेताओं और पार्टियों को उन्होंने दो टूक जवाब देते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री पद की दावेदारी पर उनकी पार्टी कोई समझौता नहीं करने जा रही है.
तेजस्वी यादव ने कहा है कि इस मसले पर कोई मोल-जोल नहीं होगा. बिहार में चुनाव कराये जाने को लेकर भी उन्होंने कहा था कि बिहार में कोरोना संकट के कारण हालत खराब है. ऐसे में चुनाव कराना ठीक नहीं है. चुनाव को लेकर लोगों के जीवन को खतरा में नहीं डाला जा सकता है.
नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा था कि वह लाशों के ढेर पर चुनाव कराना चाहते हैं
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा था कि वह लाशों के ढेर पर चुनाव कराना चाहते हैं. आखिर किस बात की इतनी जल्दबाजी है. मुख्यमंत्री को डर लगा रहा है कि कही ऐसे में राष्ट्रपति शासन न लग जाए.
उन्होंने कहा कि मुझे मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का फैसला पार्टी ने लिया है. तेजस्वी ने कहा कि हम अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भावनाओं को नकार नहीं सकते. उन्होंने कहा कि महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद की दावेदारी पर विवाद खड़ा कर रहे लोग चुनावी मौसम में चर्चे में बने रहना चाहते हैं.
उन्होंने कहा है कि राजद पर जातिवादी राजनीति का आरोप लगाने वाले लोग जनता के बीच भ्रम फैला रहे हैं. जाति का खेल देखना हो तो नीतीश जी की पार्टी में जाकर देखिये. एक ही जाति के लोग पार्टी के तमाम प्रमुख पदों पर बैठे हैं.
सरकारी नौकरियों में एक ही जिले के और एक ही जाति के लोगों की नियुक्तियां हो रही हैं. तेजस्वी यादव ने कहा है कि गठबंधन के कारण राजद सभी सीटों पर चुनाव नहीं लड़ने जा रही है. उसके पास सीमित विकल्प होंगे, लेकिन इसके बावजूद सभी वर्गों के लोगों को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की जायेगी.