45 राज्यसभा सदस्यों ने ली शपथ, 36 पहली बार, रास में दिखेंगे भाजपा के ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह
By सतीश कुमार सिंह | Published: July 22, 2020 02:33 PM2020-07-22T14:33:11+5:302020-07-22T17:44:55+5:30
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, राकांपा प्रमुख शरद पवार, कांग्रेस के दिग्गज नेता और मप्र के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, शिवसेना नेता और प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी, मध्य प्रदेश के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, कांग्रेस नेता और कर्नाटक से चुन कर आए मल्लिकार्जुन खड़गे समेत आज 44 राज्यसभा सांसदों ने शपथ ली है।
नई दिल्लीः राज्यसभा के नवनिर्वाचित सदस्य सदन के चेंबर में शपथ ली। राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सदस्यों को चेंबर में शपथ दिलाई। अधिकारियों ने कहा कि यह पहला मौका है, जब अंतर सत्र की अवधि में सदस्य सदन के चेंबर में शपथ ली, ताकि कोविड-19 के मद्देनजर सामाजिक दूरी के मानकों का पालन किया जा सके।
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, राकांपा प्रमुख शरद पवार, कांग्रेस के दिग्गज नेता और मप्र के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, शिवसेना नेता और प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी, मध्य प्रदेश के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, कांग्रेस नेता और कर्नाटक से चुन कर आए मल्लिकार्जुन खड़गे समेत आज 45 राज्यसभा सांसदों ने शपथ ली है। शपथ समारोह के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा गया।
शपथग्रहण आमतौर पर या तो सत्र के दौरान होता है अथवा जब संसद सत्र नहीं होता है तब राज्यसभा के सभापति के चेम्बर में होता है। राज्यसभा के लिए हाल के चुनाव में 20 राज्यों से 61 सदस्य निर्वाचित हुए हैं। हालांकि आज 45 सदस्य ही शपथ ले पाएं। इसमें पहली बार 36 सदस्य चुन कर आए हैं।
उच्च सदन के नवनिर्वाचित 61 सदस्यों में से 45 को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को उच्च सदन के नवनिर्वाचित 61 सदस्यों में से 45 को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। कोविड-19 महामारी के कारण अंतर सत्र के दौरान शपथ ग्रहण समारोह राज्यसभा के चेंबर में आयोजित किया गया। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति एवं उच्च सदन के सभापति वेंकैया नायडू ने कहा, ‘‘ देश के विधि निर्माता के रूप में आपका चुनाव हुआ है। अपने दायित्व के निर्वहन में आप सुनिश्चित करें कि सदन में आपका आचरण नियमों के अनुकूल हो, स्थापित मानदंडों के अनुरूप हो और सदन के बाहर आपका आचरण नैतिकता के मानदंडों के अनुसार हो।’’
उन्होंने कहा कि तत्काल लाभ के लिए सदन में बाधा-व्यवधान डालने के प्रलोभन में न पड़ें बल्कि जनता की दृष्टि में इस सदन का सम्मान बढ़ाने के प्रति सदैव सचेत रहें। कानून का शासन लागू हो यही देश का विधान है। और इसकी शुरुआत आप ही से होती है, जब आप सदन के नियमों और प्रथाओं का पालन करते हैं। शपथ ग्रहण करने वाले सदस्यों में 36 सदस्य ऐसे हैं जो पहली बार राज्यसभा के सदस्य के रूप में शपथ ले रहे हैं । सदस्यों ने सामाजिक दूरी के मानकों का पालन करते हुए शपथ ग्रहण किया ।
भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार राज्यसभा में दिखेंगे
भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार राज्यसभा में दिखेंगे। 2019 लोकसभा चुनाव गुना से हारने के बाद वह कुछ माह पहले ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। इस बार वह भाजपा सांसद के रूप में दिखेंगे। कल तक भाजपा पर हमला करने वाले अब वह सरकार के बचाव में बोलेगे। चर्चा है कि वह जल्द ही मोदी सरकार में मंत्री भी बनेंगे। भाजपा नेता ज्योतिरादित्य एम सिंधिया ने मध्य प्रदेश से राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ ली।
राज्यसभा के अधिकारियों ने बताया कि प्रत्येक सदस्य को शपथ ग्रहण समारोह में अपने साथ केवल एक अतिथि को लाने की अनुमति थी। राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने इस बारे में निर्णय किया है और इसमें राज्यसभा और लोकसभा दोनों से जुड़ी विभाग संबंधी संसद की स्थायी समितियों की बैठक शुरू करने और इन बैठकों में नये सदस्यों के हिस्सा लेने की इच्छा व्यक्त करने को ध्यान में रखा है।
Delhi: BJP leader Jyotiraditya Scindia greets Congress leaders Digvijaya Singh, Ghulam Nabi Azad and Mallikarjun Kharge, before taking oath as Rajya Sabha member. pic.twitter.com/3wfGDYSHVZ
— ANI (@ANI) July 22, 2020
अधिकारियों ने बताया कि के केशव राव और तिरूचि शिवा जैसे राज्यसभा के कुछ नवनिर्वाचित एवं दोबारा चुने गए कुछ सदस्य संसदीय समितियों के अध्यक्ष हैं और बिना शपथ लिये संबंधित समितियों की बैठक नहीं बुला सकते। नवनिर्वाचित सदस्य भी पद एवं गोपनीयता की शपथ लिये बिना समितियों की बैठकों में हिस्सा नहीं ले सकते।
अधिकारियों ने बताया कि राज्यसभा के महासचिव ने सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को 22 जुलाई को शपथग्रहण होने के बारे में लिखकर सूचित किया है। जो लोग इस दिन नहीं आ पायेंगे, उन्हें संसद के मानसून सत्र के दौरान शपथ दिलायी जायेगी। अधिकारियों ने बताया कि नये सदस्यों के लिये शपथ ग्रहण की योजना पहले बनाई गई थी, लेकिन कुछ सदस्यों द्वारा दिल्ली यात्रा करने के संबंध में व्यक्त की गई चिंताओं को देखते हुए इसे टाल दिया गया था।
पहली बार चुने गए हैं 43 सदस्य
राज्यसभा के चुने सदस्यों में बीजेपी के 17, कांग्रेस के 9, जेडीयू के 3, बीजद और वाईएसआर कांग्रेस के चार-चार, अन्नाद्रमुक और द्रमुक ने तीन-तीन, एनसीपी, आरजेडी और टीआरएस ने दो-दो और शेष सीटें अन्य ने जीतीं। इन नए सदस्यों में से 43 पहली बार चुने गए हैं बाकी सदस्यों ने दोबारा राज्यसभा में वापसी की है।
BJP leader Jyotiraditya M Scindia takes oath as Rajya Sabha member from Madhya Pradesh pic.twitter.com/okAvPEYy5V
— ANI (@ANI) July 22, 2020
देश के विधि निर्माता के रूप में आपका चुनाव हुआ
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को उच्च सदन के नवनिर्वाचित 45 सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। नायडू ने कहा, ‘‘ देश के विधि निर्माता के रूप में आपका चुनाव हुआ है। अपने दायित्व के निर्वहन में आप सुनिश्चित करें कि सदन में आपका आचरण नियमों के अनुकूल हो, स्थापित मानदंडों के अनुरूप हो और सदन के बाहर आपका आचरण नैतिकता के मानदंडों के अनुसार हो।’’ उन्होंने कहा कि तत्काल लाभ के लिए सदन में बाधा-व्यवधान डालने के प्रलोभन में न पड़ें बल्कि जनता की दृष्टि में इस सदन का सम्मान बढ़ाने के प्रति सदैव सचेत रहें। कानून का शासन लागू हो यही देश का विधान है। और इसकी शुरुआत आप ही से होती है, जब आप सदन के नियमों और प्रथाओं का पालन करते हैं।
राज्यसभा के लिये 12 निवर्तमान सदस्य पुन: निर्वाचित हुए हैं
बुधवार को शपथ लेने वाले नये 45 सदस्यों में 36 सदस्य ऐसे हैं जो पहली बार राज्यसभा के सदस्य के रूप में शपथ ले रहे हैं। उन्होंने सामाजिक दूरी के मानकों का पालन करते हुए उच्च सदन के लिये शपथ ली। राज्यसभा के लिये 12 निवर्तमान सदस्य पुन: निर्वाचित हुए हैं जिसमें शरद पवार, हरिवंश, रामदास आठवले, दिग्विजय सिंह, भुवनेश्वर कालिता, प्रेमचंद्र गुप्ता और विश्वजीत दायमरी ने भी शपथ ग्रहण की।
भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे ने उच्च सदन के लिये पहली बार शपथ ली। सिंधिया मध्य प्रदेश से राज्य सभा के लिये निर्वावित हुए हैं। सिंधिया ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद का भी अभिवादन किया। ऐसे सदस्य जो बुधवार के शपथ ग्रहण समारोह में शपथ नहीं ले पायें हैं, वे आसन्न मानसून सत्र में लेंगे।
बहरहाल, उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति ने वेंकैया नायडू ने सदस्यों से कहा कि नियमित द्विवर्षीय चुनावों और उपचुनावों में 20 राज्यों से 61 स्थानों पर निर्वाचन हुआ था, जिनमे कुछ अनुभवी लेकिन काफी संख्या में पहली बार बने नए सदस्य निर्वाचित हुए।
तीन महिलाओं सहित नये सदस्यों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ तेलुगू, बोडो, कन्नड़, मणिपुरी, मराठी, ओडिया, तमिल, बंगाली, हिन्दी और अंग्रेजी में ली। शपथ ग्रहण करने वाले सदस्यों में महाराष्ट्र से प्रियंका चतुर्वेदी, राजीव सातव, मध्य प्रदेश से सुमेर सिंह सोलंकी, अरुणाचल प्रदेश से नाबम रेबिया, असम से विश्वजीत दायमरी, बिहार से विवेक ठाकुर, गुजरात से शक्ति सिंह गोहिल, अभय भारद्वाज, रमिलाबेन बारा, नरहरि अमीन शामिल हैं।
इसके अलावा हरियाणा से दीपेंदर सिंह हुड्डा, राम चंद्र जांगड़ा, हिमाचल प्रदेश से इंदु गोस्वामी, झारखंड से दीपक प्रकाश, कर्नाटक से अशोक गास्ती और इराना कदादी, महाराष्ट्र से उदयनराज भोंसले एवं भागवत कराद, मणिपुर से लेइशेम्बा सानाजोएबा, मिजोरम से के वनलालवेना, राजस्थान से राजेन्द्र गहलोत के अलावा आंध्र प्रदेश से ए रामी रेड्डी, पी सुभाष चंद्र बोस, वेंकटरमन्ना राव मोपीदेवी ने भी शपथ ग्रहण की।