1 / 17रूस ने कोरोना वायरस के खिलाफ दुनिया का पहला टीका विकसित करने का दावा किया है।2 / 17राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को यह घोषणा की और इतना ही नहीं बल्कि पुतिन की बेटियों को यह टीका लगाया गया है।3 / 17पुतिन ने टीका विकसित करने वालों को धन्यवाद दिया है, बता दें कि अभी तक किसी देश को वैक्सीन बनाने में सफलता नहीं मिली है।4 / 17रूस ने तय किया है कि यह वैक्सीन सबसे पहले हेल्थ वर्कर्स को दी जाएगी, उसके बाद बुजुर्गों को। 5 / 17मॉस्को ने कई देशों को भी वैक्सीन सप्लाई करने की बात कही है। 6 / 17 रूस का कहना है कि वह अपने कोरोना टीके का बड़े पैमाने पर उत्पादन सितंबर से शुरू कर सकता है।7 / 17रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराशको ने कहा कि 'जोखिम समूहों' के सदस्यों, जैसे चिकित्सीय पेशेवरों को इस महीने टीका लगाया जा सकता है। 8 / 17उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या वे तीसरे चरण के अध्ययन का हिस्सा होंगे जिसे टीके को 'सशर्त मंजूरी' मिलने के बाद पूरा किया जाना है।9 / 17वहीं, रूस के उप प्रधानमंत्री तात्याना गोलिकोवा ने सितंबर में कोरोना वायरस के 'औद्योगिक उत्पादन' शुरू करने का वादा किया है और मुराशको ने कहा है कि सामूहिक स्तर पर टीकाकरण अक्टूबर में शुरू होगा। 10 / 17सोशल मीडिया पर कोरोना वैक्सीन को लेकर फनी मीम्स जमकर वायरल हो रहे हैं।11 / 17वैक्सीन को रूसी रक्षा मंत्रालय और गमलेया नेशनल सेंटर फॉर रिसर्च ने तैयार किया है।12 / 17दुनियाभर के देशों में इस वैक्सीन को लेकर चर्चाएं हो रही हैं।13 / 17रूस ने जहां दावा किया है कि उसे 20 देशों से इस वैक्सीन के 1 अरब डोज बनाने का ऑर्डर मिला है।14 / 17वहीं, अमेरिका और जर्मनी सहित कई देशों ने उसके दावों पर संदेह जाहिर किया है।15 / 1716 / 1717 / 17