1 / 7तुलसी विवाह का आयोजन प्रति वर्ष कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि के दिन भी किया जाता है। इससे एक दिन पूर्व यानी देव उठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु जी चार माह की अपनी निद्रासन से जागते हैं और सृष्टि का कार्यभार संभालते हैं। इस साल तुलसी विवाह का आयोजन 5 नवंबर 2022, किया जाएगा। इस दिन तुलसी का विवाह भगवान शालिग्राम से विधि-विधान से करवाया जाता है जो भगवान विष्णु के अवतार हैं। वहीं तुलसी का पौधा मां लक्ष्मी का प्रतीक स्वरूप माना जाता है। तुलसी विवाह को कन्यादान के बराबर माना जाता है।2 / 7तुलसी का श्रृंगार करो, शालिग्राम का ध्यान करो, ऐसी जोड़ी कहां मिलेगी, आओ कन्यादान करो3 / 7आप सदा तुलसी की भांति, पवित्र और लाभकारी रहें, तुलसी विवाह की आपको, तुलसी विवाह की बधाइयां4 / 7हर घर के आंगन में तुलसी बड़ी महान है, जिस घर में ये तुलसी रहती वह घर स्वर्ग समान है5 / 7जुग-जुग जोड़ी बनी रहे, बना रहे अमर सुहाग, जो कोई पूजे शालिग्राम-तुलसी को उसके जागे भाग6 / 7गन्ने के मंडप सजाएंगे हम, विष्णु-तुलसी का विवाह रचाएंगे हम, आप भी होना खुशियों में शामिल, तुलसी का विवाह मिलकर कराएंगे हम, तुलसी विवाह की शुभकामनाएं7 / 7भगवान विष्णु को मनाएं, उन्हें नींद से जगाएं, इस देवउठनी एकादशी पर, विष्णु जी से आशीर्वाद पाएं