1 / 6Dussehra 2023: विजयादशमी पर्व अच्छाई-पर बुराई की जीत का प्रतीक है। यह पर्व इस बार 24 अक्टूबर, मंगलवार को मनाया जाएगा। इसे दशहरा और रावण दहन के नाम से भी जाना जाता है। 2 / 6सुबह जल्दी उठकर स्नान-ध्यान करें। इसके बाद गेंहू या चूने से दशहरा की प्रतिमा बनाएं। गाय के गोबर से 9 गोले व 2 कटोरियां बनाकर, एक कटोरी में सिक्के और दूसरी कटोरी में रोली, चावल, जौ व फल रखें। 3 / 6मान्यता है कि इसी दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध कर लंका पर विजय प्राप्त की थी। मान्यता ये भी है कि इस दिन मां दुर्गा ने महिषासुर का वध कर देवलोक को उसके आतंक से मुक्त कराया था। 4 / 6दशमी तिथि की शुरुआत 23 अक्टूबर को को शाम 5:44 बजे से हो रही है और ये 24 अक्टूबर को दोपहर 3:14 बजे तक रहेगी। इस दिन विजय मुहूर्त दोपहर 01:46 बजे से दोपहर 02:31 बजे तक है। 5 / 6सुबह जल्दी उठकर स्नान-ध्यान करें। इसके बाद गेंहू या चूने से दशहरा की प्रतिमा बनाएं। गाय के गोबर से 9 गोले व 2 कटोरियां बनाकर, एक कटोरी में सिक्के और दूसरी कटोरी में रोली, चावल, जौ व फल रखें। 6 / 6अब प्रतिमा को केले, जौ, गुड़ और मूली अर्पित करें। सामार्थ्य के अनुसार ब्राह्मणों को दान-दक्षिणा दें और गरीबों को भोजन कराएं। रावण दहन के बाद शमी वृक्ष की पत्ती अपने परिजनों को देकर उनका आशीर्वाद लें।