1 / 8ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य का किसी राशि में प्रवेश संक्रांति कहलाता है और जब सूर्य धनु राशि में प्रवेश करते हैं तो इसे धनु संक्रांति कहा जाता है। इस संक्रांति का शुभ और अशुभ दोनों असर हो सकता है। वहीं इस साल आज यानी 16 दिसंबर को सूर्य धनु राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं।2 / 8ज्योतिशशास्त्र की मानें तो सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करने के बाद उसकी चाल धीमी हो जाती है। इसके बाद सारे शुभ काम भी बंद हो जाते हैं। 3 / 8 धनु संक्रांति को हेमंत ऋतु शुरू होने पर मनाया जाता है। इसी संक्रांति के बाद मलमास शुरू हो जाएगा। जिसके बाद एक महीने तक सारे शुभ कार्य बंद हो जाएंगे।4 / 8इस महीने के शुरु होते ही सभी शादियां एक महीने के लिए बंद हो जाएंगी। अगले साल 14 जनवरी यानी मकर संक्रांति के बाद से ही सारे शुभ कार्य फिर से शुरू होंगे। 5 / 8ज्योतिषों के अनुसार इस माहिने में किए गए कोई भी कार्य शुभ नहीं होते। साथ ही इस महीने किसी भी तरह के नए कार्य को करना सही नहीं माना जाता।6 / 816 दिसंबर को दोपहर 3.28 बजे से सूर्य का धनु राशि में प्रवेश होगा। 14 व 15 जनवरी 2020 की रात 2 बजकर 50 मिनट पर मलमास समाप्त होगा। 7 / 8हिन्दू शास्त्र के अनुसार मांगलिक कार्यों के सिद्ध होने के लिए गुरु का प्रबल होना बहुत जरुरी है। बृहस्पति जीवन के वैवाहिक सुख और संतान देने वाला होता है।8 / 8मलमास के दौरान, गंगा और गोदावरी के साथ-साथ उत्तर भारत के उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, राजस्थान, राज्यों में सभी मांगलिक कार्य व यज्ञ करना भी निषेध होता है।