1 / 6नितिन राउत नागपुर से आने वाले दलित नेता समुदाय के नेता हैं। यही वजह है कि राज्य के दलितों के बीच कांग्रेस की छवी बेहतर करने के लिए यह कदम उठाया गया है। कांग्रेस के इस फैसले से नागपुर बेल्ट में पार्टी की पैठ मजबूत होगी। 2 / 6बाला साहब थोराट नेता से पहले किसान रह चुके हैं। दरअसल, किसानों की समस्या के लिए उन्होंने एक कॉपरेटिव मूवमेंट चलाया था। इस अभियान ने उन्हें किसानों के बीच लोकप्रिय बना दिया था। इस मूवमेंट के जरिए उन्होंने मिल्क कॉपरेटिव की स्थापना की। 3 / 6Eknath Shinde: 55 वर्षीय शिंदे महाराष्ट्र के ठाणे की कोपरी-पंचपखाड़ी सीट से विधायक हैं। एकनाथ शिंदे इस विधानसभा क्षेत्र से लगातार चार बार 2004, 2009, 2014 और 2019 में शिवसेना के टिकट पर विधायक चुने गए हैं।4 / 6सुभाष देसाई की गिनती शिवसेना के वरिष्ठ नेताओं में होती है। 77 वर्षीय सुभाष देसाई पार्टी के बाला साहेब ठाकरे के बेहद करीब माने जाते थे। पिछली सरकार में देसाई के पास उद्योग मंत्रालय था। 5 / 6जयंत पाटिल महाराष्ट्र के इस्लामपुर वालवा विधानसभा सीट से चुनकर आए हैं। वह इस सीट से छह बार विधायक रहे हैं। 1962 में जन्में पाटिल पृथ्वीराज चव्हाण कैबिनेट में ग्रामीण विकास मंत्री थे। 6 / 6छगन भुजबल का जन्म 15 अक्टूबर 1947 को नासिक में हुआ था। वो अन्य पिछड़ा वर्ग से आते हैं। बचपन में ही भुजबल के माता-पिता की मौत हो गई थी। छगन ने एक साक्षात्कार में बताया था कि रोज सुबह वो और उनके बड़े भाई बायकला सब्जी मंडी जाते थे और अपनी चाची के साथ मिलकर सब्जी बेचा करते थे।