1 / 5उत्तर प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है जहां गोवंश को लंपी चर्मरोग से बचाने के लिये 1.50 करोड़ टीके लगाये गये हैं । एक बयान में इसकी जानकारी दी गयी है । इसमें कहा गया है कि यह उपलब्धि पिछले दो महीने में हासिल की गयी है, उप्र के बाद गुजरात का दूसरा स्थाना है जहां पिछले चार महीने में लगभग 63 लाख पशुओं का टीकाकरण किया गया। 2 / 5इसमें कहा गया है कि इस प्रकार प्रदेश में लम्पी स्किन डिजीज से रिकवरी रेट 95 प्रतिशत है, जो देश में एक उत्कृष्ट प्रदर्शन है ।3 / 5बुधवार को एक सरकारी बयान में बताया गया कि वर्तमान में प्रदेश के 32 जनपद लम्पी चर्मरोग से प्रभावित हैं। बयान में यह भी कहा गया है कि प्रभावित जनपदों में लगभग 1.05 लाख पशु प्रभावित हुए, जिनकी घर-घर जाकर पशु चिकित्सकों की समुचित चिकित्सा के उपरान्त एक लाख से अधिक गोवंश रोग मुक्त हो चुके हैं।4 / 5बयान में कहा गया कि प्रदेश में पशुपालन विभाग ने सर्वप्रथम अगस्त के द्वितीय सप्ताह में लम्पी स्किन डिजीज के लक्षण वाले गोवंश पाये जाने पर विभाग द्वारा टीम-9 का गठन किया गया, जिसके वरिष्ठ नोडल अधिकारियों द्वारा प्रदेश के बरेली, मुरादाबाद, मेरठ, सहारनपुर, आगरा एवं अलीगढ़ मण्डलों को सघन भ्रमण कर व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरूस्त किया गया।5 / 5अभियान को सार्थक बनाने के लिए ऑनलाइन एवं आफलाइन ट्रेनिंग में हाईब्रिड मॉडल अपनाया गया है। टीकाकरण कार्य में पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालयों के छात्रों एवं निजी टीकाकरण कार्यकर्ताओं का भी सक्रिय सहयोग लिया गया। लम्पी की रोकथाम के लिये दिनांक 31 अक्टूबर 2022 तक 1.60 करोड़ टीकाकरण किये जाने का लक्ष्य है।