ISRO launch INSAT-3DS on GSLV-F14 from Satish Dhawan Space Centre SDSC SHAR, Sriharikota
ISRO का नॉटी बॉय देगा मौसम, तूफान की सटीक जानकारी, आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सफल लॉन्च By संदीप दाहिमा | Published: February 17, 2024 5:49 PMOpen in App1 / 6भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने शनिवार शाम 5.30 बजे एक और कारनामा कर इतिहास रच दिया। उन्नत मौसम उपग्रह INSAT-3DS को लॉन्च किया। यह महत्वपूर्ण मिशन भारतीय समयानुसार शाम 5:35 बजे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी-एसएचएआर) से उड़ान भरा।2 / 6भारत की अंतरिक्ष अन्वेषण यात्रा में एक नया अध्याय जुड़ा। INSAT-3DS एक अत्याधुनिक मौसम विज्ञान उपग्रह है। इसरो का लक्ष्य मौजूदा INSAT-3D और INSAT-3DR उपग्रहों की परिचालन क्षमताओं को बढ़ाना है। भूमि और महासागर सतहों की निगरानी के लिए डिज़ाइन किया गया है। भारत का नया मौसम उपग्रह है।3 / 6पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के विभिन्न विभाग जैसे भारत मौसम विज्ञान विभाग, राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र, भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान, राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान, भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र और विभिन्न एजेंसियों और संस्थानों को बेहतर मौसम पूर्वानुमान और मौसम संबंधी सेवाएं प्रदान करने के लिए इनसैट-3डीएस द्वारा उपलब्ध कराए गए डेटा से लाभ मिलेगा। इनसैट-3डीएस का जीवन काल लगभग 10 वर्ष होने की उम्मीद है।4 / 6लगभग 20 मिनट की उड़ान के बाद, 2274 किलोग्राम वजन वाले उपग्रह भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह प्रणाली (इनसैट) को जीएसएलवी रॉकेट से अलग हो जाने की उम्मीद है।5 / 6जीएसएलवी के 16वें मिशन का लक्ष्य इन्सैट-3डीएस मौसम उपग्रह को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (जीटीओ) में स्थापित करना है।6 / 6भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने जियोसिंक्रोनस लॉन्च व्हीकल (जीएसएलवी) रॉकेट से इनसैट-3डीएस मौसम उपग्रह के प्रक्षेपण से पहले शनिवार को नेल्लोर जिले में श्री चेंगलम्मा परमेश्वरी मंदिर के दर्शन किए और मिशन की सफलता की कामना की। और पढ़ें Subscribe to Notifications