नहीं रहे पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी, दुर्लभ तस्वीरों में देखें उनकी जिंदगी का सफर

By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: August 16, 2018 06:11 PM2018-08-16T18:11:20+5:302018-08-16T18:11:20+5:30

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अटल बिहारी वाजपेयी का जन्‍म 25 दिसंबर 1924 को मध्‍यप्रदेश के ग्‍वालियर में गरीब ब्राह्मण परिवार में हुआ। इनके पिता कृष्‍ण बिहारी वाजपेयी हिन्‍दी एवं ब्रज भाषा के एक कवि थे। ये मूल निवासी उत्तर प्रदेश के आगरा जनपद के प्राचीन स्थान बटेश्वर थे।

वाजपेयी ने प्रारंभिक शिक्षा ग्‍वालियर के सरस्‍वती शिशु मंदिर से पूरी की। अटल बिहारी वाजपेयी इसके बाद इंटर की शिक्षा विक्टोरिया कॉलेजियट स्कूल में हुई। अंग्रेजी और संस्‍कृत विषय में डिस्‍टिंगशन के साथ स्नातक की पढ़ाई पूरी की।

एमए करने के बाद उन्होंने ने आरएसएस ज्वाइन किया। वे आरएसएस के पूर्णरूपेण सदस्‍य थे। इसी दौरान उन्‍होंने लॉ की पढ़ाई भी शुरू की। लेकिन इसी दौरान वह लॉ को छोड़ पत्रकारिता में आ गए।

वाजपेयी ने 'राष्‍ट्रधर्म' (मासिक हिन्‍दी), 'पाञ्चजन्‍य' (साप्‍ताहिक हिन्‍दी), 'स्‍वदेश' (रोजाना) तथा 'वीर अर्जुन' (रोजाना) पत्रिका का संपादन किया। संघ के अन्‍य सदस्‍यों की तरह वाजपेयी ने कभी भी शादी नहीं करने का फैसला लिया, जो आज तक कायम है।

वाजयेपी 1942 में राजनीति में उस समय आए, जब भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान उनके भाई 23 दिनों के लिए जेल गए। 1951 में वाजपेयी ने आरएसएस के सहयोग से भारतीय जनसंघ पार्टी बनाई। जिसमें श्‍यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे नेता शामिल हुए।

अटल विहारी वाजपेयी ने 1955 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन इस चुनाव में वह जीत नहीं पाए। अटल चुनाव हारे थे लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। 1957 में उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से जीत कर अटल जीते और लोकसाभ में पहुंचे।

1957 से 1977 तक जनता पार्टी की स्थापना तक वह बीस वर्ष तक लगातार जनसंघ के संसदीय दल के नेता बने रहे। इसके बाद भी उनका राजनीतिक करियर लगातार सफलता की ही ओर बढ़ता रहा।

मोरारजी देसाई की सरकार बनी तो अटल बिहारी वाजपेयी 1977 से 1979 तक विदेश मंत्री रहे। इस दौरान उन्होंने भारत की छवि को काफी निखारा।

पहली बार अटल बिहारी वाजपेयी 13 दिनों के लिए, 16 मई, 1996 से 1 जून तक के लिए प्रधानमंत्री बने थे। 1998 में लोकसभा चुनाव जीतकर वाजपेयी दोबार प्रधानमंत्री बने।

उनके नेतृत्व में 13 दलों की गठबन्धन सरकार ने पांच वर्षों में देश के अन्दर प्रगति के अनेक आयाम छुए।

अटल बिहारी वाजपेयी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के पहले प्रधानमंत्री थे, जिन्होने गैर कांग्रेसी पीएम के तौर पर पांच साल का कार्यकाल पूरा किया था।

इस दौरान वह एनडीए में 24 दलों के गठबंधन लेकर चल रहे थे, जिसमें 81 मंत्री थे।

2015 में इन्हें भारत रत्न और 1992 में इन्हें पद्म भूषण से नवाजा गया था।