1 / 7मौसम में अचानक आए बदलाव और खान-पान में गड़बड़ी या फिर शारीरिक कमजोरी की वजह से वायरल फीवर होता है। आमतौर पर वायरल फीवर के लक्षण आम फीवर जैसे ही होते हैं लेकिन इसको नजर अंदाज करने पर व्यक्ति की हालत काफी गंभीर हो सकती है। शुरुआत में गले में दर्द, थकान, खांसी जैसी समस्या होती है। इसके लक्षणों में गले में दर्द होना, बदन दर्द या मसल्स पेन, खांसी आना, सिरदर्द या त्वचा में रैशेज होना, सर्दी, लगना, आंखों में जलन, थकान महसूस होना, तेज बुखार आदि हैं।2 / 7लहसुन सिर्फ खाने के स्वाद ही नहीं बढ़ाता बल्कि आपको बीमारियों से भी बचाता है। कच्चे लहसुन के टुकड़े खायें खाएं। आप इस पर शहद लगाकर भी खा सकते हें। इसके अलावा लहसुन की दो कलियों को दो चम्मच ऑलिव ऑयल में मिलाकर गर्म कर लें और इससे अपने पैरों के तलों में मसाज करें।3 / 7शहद और अदरक के सेवन से सेहत को अनगिनत फायदे होते हैं। इन दोनों चीजों को एक साथ खाने से शरीर को ज्यादा फायदे मिलते हैं। वायरल फीवर और अन्य समस्याओं से बचने के लिए अदरक का पेस्ट बना लें और उसमें शहद मिलाकर खायें।4 / 7लौंग और अदरक सर्दियों में होने वाली बीमारियों का काल हैं। इसके लिए आप रोजाना एक लौंग और अदरक खा सकते हैं। अदरक और लौंग की चाय भी एक बेहतर विकल्प है। वैसे आप रात को सोने से पहले एक लौंग को भूनकर खाना चाहिए।5 / 7वायरल फीवर में खूब पानी पीना चाहिए। इसके अलावा जूस और कैफीन रहित चाय का सेवन करें। ज्यादातर फलों में एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं, जिनका सेवन करने से इम्युनिटी सिस्टम मजबूत बनता है और शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं। नींबू, लैमनग्रास, पुदीना, साग, शहद आदि भी फायदेमंद होते हैं।6 / 7इलायची- गले की खाराश से राहत पाने के लिए आपको इलायची के कुछ दानों को रातभर पानी में भिगोकर रखना चाहिए और सुबह उस पानी से गरारे करने चाहिए।7 / 7तुलसी का पत्ता इन रोगों से राहत पाने के लिए अदरक और तुलसी के 5 पत्ते एक गिलास पानी में उबाल लें। इस पानी का दिनभर सेवन करें। यह जुखाम का बहुत ही असरदार इलाज है।