1 / 5बारिश के पानी से जरूर बचें। गीले बाल या गीले कपड़ों के साथ ए. सी. में बिल्कुल भी न बैठें। रात को सोने से पहले हल्दीयुक्त दूध का सेवन करें। इससे आपकी इम्युनिटी पॉवर मजबूत होगी। गले को आराम देने के लिए गुनगुन पानी से गरारे करते रहें। 2 / 5तुलसी के पत्ते का काढ़ा, धनिया चाय, मेथी का पानी पीयें। ये वायरल फीवर में सबसे उत्तम देशी इलाज हैं। इससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी। धनिया के बीज में पॉयथोन्यूटियंटस होते हैं जो कि शरीर को विटामिन्स प्रदान करते हैं। तुलसी के पत्ते को चबा सकते हैं।3 / 5आयुर्वेदिक दवा के रूप में सूखी धनिया का इतना बेहतरीन उपयोग किया जा सकता है जो कि आपके सिर दर्द और बुखार का कारगर इलाज साबित होगी। इसके लिए आपको सूखी धनिया का लेप बनाकर लगाना होगा। इससे आपको तत्काल राहत मिलेगी। धनिया को तत्काल पानी में डाल दें, करीब दो मिनट उसे बाहर निकालकर पीस लें और तैयार हुए लेप को माथे पर लगा लें।4 / 5तुलसी में एंटीबायोटिक गुण पाए जाते है जो शरीर से वायरस को खत्म कर देती है। इसके इस्तेमाल के लिए बर्तन में एक लीटर पानी, एक चम्मच लौंग का चूर्ण और दस से पंद्रह तुलसी के ताजे पत्ते डाल कर अच्छी तरह से उबालें। जब तक यह आधा न रह जाएं। इस पानी को ठंडा करके हर घंटे में रोगी को पिलाएं।5 / 5वायरल बुखार के रोगी के लिए मेथी का पानी भी काफी फायदेमंद होता है। मेथी में वायरल बुखार को रोकने की क्षमता होती है। इसके इस्तेमाल के लिए पानी में मेथी के दानों को भिगो कर रख दें। अगले दिन यह पानी रोगी को घंटे-घंटे बाद पिलाते रहे।