1 / 5स्थानीय शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला बृहस्पतिवार को भी जारी रहा और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 33 अंक से अधिक की बढ़त के साथ अपने अबतक के उच्चतम स्तर 20,103 अंक पर पहुंच गया। वहीं बीएसई सेंसेक्स में लगातार 10वें दिन बढ़त का रुख कायम रहा। वैश्विक बाजारों में मजबूत रुख के बीच तेल एवं गैस तथा जिंस शेयरों में कारोबार के अंतिम घंटे में लिवाली से बाजार को समर्थन मिला। उतार-चढ़ाव के बीच तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 52.01 अंक यानी 0.08 प्रतिशत की बढ़त के साथ 67,519 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 304.06 अंक उछलकर अपने अबतक के उच्चतम स्तर 67,771.05 अंक तक पहुंच गया था। 2 / 5पिछले 10 सत्रों में बीएसई सेंसेक्स 2,687.59 अंक यानी 4.14 प्रतिशत चढ़ा है। एनएसई निफ्टी 33.10 अंक यानी 0.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 20,103.10 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, यह 97.65 अंक की बढ़त के साथ रिकॉर्ड 20,167.65 अंक तक चला गया था। कोटक सिक्योरिटीज लि. के खुदरा शोध प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘हालांकि, शेयर बाजारों में बढ़त जारी है लेकिन हाल में जिस तरह का उछाल देखने को मिला था, वह गायब है। इसका कारण शेयरों का मूल्यांकन अधिक होना है और निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं। कच्चे तेल के दाम में तेजी से भी निवेशक चिंतित हैं क्योंकि इससे महंगाई बढ़ सकती है और दुनिया के विभिन्न देशों में केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति को काबू में लाने को नीतिगत दर बढ़ा सकते हैं।’’ 3 / 5उन्होंने कहा, ‘‘शुरुआती उतार-चढ़ाव और उसके बाद सीमित दायरे में रहने के बावजूद धातु, तेल एवं गैस तथा रियल्टी कंपनियों के शेयरों में तेजी रही। यह इस बात का संकेत है कि कारोबारी चुनिंदा दांव लगाने के इच्छुक हैं।’’ सेंसेक्स के शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा सर्वाधिक 2.56 प्रतिशत के लाभ में रही। इसके अलावा टाटा स्टील, टेक महिंद्रा, नेस्ले इंडिया, पावर ग्रिड, इन्फोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एक्सिस बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट और एलएंडटी में भी प्रमुख रूप से तेजी रही।4 / 5दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में एशियन पेंट्स, आईटीसी, बजाज फिनसर्व, भारती एयरटेल और टाटा मोटर्स शामिल हैं। बीएसई स्मॉलकैप 1.15 प्रतिशत और मिडकैप 1.02 प्रतिशत के लाभ में रहा। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बाजार नई ऊंचाई पर पहुंचने के बाद सीमित दायरे में रहा। इसका कारण अमेरिका में उम्मीद से अधिक महंगाई का बढ़ना और यूरोपीय केंद्रीय बैंक का नीतिगत दर को लेकर रुख आक्रामक रहने का अनुमान है। 5 / 5ईसीबी की बैठक आज होनी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘शेयरों के मूल्य और कच्चे तेल के दाम में तेजी से मुद्रास्फीति में वृद्धि को लेकर चिंता को देखते हुए निकट भविष्य में बाजार में सुधार देखने को मिल सकता है।’’ एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में ज्यादातर में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख रहा। अमेरिकी बाजार में बुधवार को मिला-जुला रुख रहा था। थोक मुद्रास्फीति में लगातार पांचवे माह अगस्त में गिरावट आई है और यह शून्य से 0.52 प्रतिशत नीचे रही है। हालांकि, खाद्य वस्तुओं और ईंधन के दाम में तेजी का रुख है। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 0.56 प्रतिशत की गिरावट के साथ 92.39 डॉलर प्रति बैरल रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को 1,631.63 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।