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झांसे में आकर गलत म्यूचुअल फंड या बीमा पॉलिसी में फंस गए हैं तो ध्यान रखें ये बातें

By ज्ञानेश चौहान | Updated: June 1, 2019 12:21 IST

अगर आप भी कोई गलत फाइनेंशियल प्रोडक्ट खरीदकर फंस गए हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है। इस आर्टिकल के जरिए हम कुछ जरूरी बातें बता रहे हैं जिन्हें ध्यान में रखकर आप झांसे में आने के बाद भी बच सकते हैं।

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अधिकतर लोग म्यूचुअल फंड, बीमा पॉलिसी या फिर फिक्स डिपॉजिट में इंवेस्ट करते समय अच्छे से रिसर्च नहीं करते हैं। इसका नतीजा यह निकलता है कि कई लोग बैंक के रिलेशनशिप मैनेजर या फिर बीमा कंपिनियों के एजेंट के झांसे में आ जाते हैं। ये लोग तो अपना प्रोडक्ट बेचकर पतली गली से निकल लेते हैं लेकिन आम लोग इनके द्वारा बताई गई स्कीम्स के झांसे में फंस जाते हैं। ये प्रोडक्ट हमारे इंवेस्ट पोर्टफोलियो में फिट नहीं बैठ पाते हैं और हम पछताते हैं।

लेकिन घबराएं नहीं अगर आप भी कोई गलत फाइनेंशियल प्रोडक्ट खरीदकर फंस गए हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है। इस आर्टिकल के जरिए हम कुछ जरूरी बातें बता रहे हैं जिन्हें ध्यान में रखकर आप झांसे में आने के बाद भी बच सकते हैं।

गलत बीमा पॉलिसी (Insurance policies) लेने पर क्या करें?अगर आपने कोई गलत बीमा पॉलिसी ले ली है तो उसे फ्री लुक पीरियड के अंदर लौटाया जा सकता है। आपने पूरा मन बना लिया है कि बीमा पॉलिसी को लौटाना है तो सबसे पहले बीमा कंपनी से संपर्क करके यह पता करें कि आपका फ्री लुक पीरियड कब तक का है। अगर आपका फ्री लुक पीरियड चल रहा है तो इसका फायदा उठाते हुए तुरंत बीमा पॉलिसी को लौटा दें।

एक बात ध्यान देने वाली यह भी है कि बीमा नियामक इरडा ने बीमा पॉलिसी को समझने के लिए 15 दिन का समय रखा है। कुछ बीमा कंपनियों ने इसका समय 30 दिन तक रखा है। इसका फायदा उठाते हुए सबसे पहले बीमा पॉलिसी को समझें उसके बाद ही इसमें इंवेस्ट करें।

गलत म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) लेने पर क्या करें?झांसे में आकर अगर आपने कोई गलत म्यूचुअल फंड ले लिया है तो थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है। अगर जल्दी बाजी में आपने इस फंड को भुनाने की कोशिश करते हैं तो इस कंडीशन में आपके ऊपर 1 प्रतिशत एक्जिट लोड बढ़ जाता है। यानि आपने जो अमाउंट म्यूचुअल फंड में जमा किया है उसका 1 प्रतिशत हिस्सा आपको चार्ज के रूप में कंपनी को देना होगा। अगर आप इस चार्ज को कंपनी को देने के लिए तैयार हैं तो म्यूचिअल फंड स्कीम को खत्म कर सकते हैं।

गलत फिक्स डिपॉजिट (Fixed Deposit) प्लान लेने पर क्या करें?फिक्स डिपॉजिट प्लान लेने के बाद अगर आपको लग रहा है कि आपने गलत प्लान का सिलेक्शन कर लिया है तो इससे बचा जा सकता है। बचने का तरीका यह है कि आप अपने फिक्स डिपॉजिट को मैच्योर होने से पहले ही निकाल लें। यही सबसे बेहतर ऑप्शन है। जब आप फिक्स डिपॉजिट प्लान को बंद करते हैं तो ज्यादातर बैंक बहुत ही मामूली पेनाल्टी लगाते हैं। लेकिन आप इस मामूली पेनाल्टी को देने के बाद ना पसंद वाले फिक्स डिपॉजिट प्लान से बच सकते हैं।

टॅग्स :म्यूचुअल फंडपर्सनल फाइनेंससेविंग
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