निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक ने कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (MCLR) में 0.05 प्रतिशत कम की है। इसके अलावा सरकारी क्षेत्र के बैंक आफ बड़ौदा और यूनियन बैंक आफ इंडिया ने अपने सभी ग्राहकों के लिए एमसीएलआर ब्याज की दरों में कमी करने की घोषणा की।
एचडीएफसी की नई दरें आठ जून से प्रभावी हैं। एचडीएफसी बैंक के अनुसार एक दिन के लिये एमसीएलआर को कम कर 7.30 प्रतिशत जबकि एक महीने की अवधि के लिये 7.35 प्रतिशत किया गया है। एक साल की एमसीएलआर अब 7.65 प्रतिशत होगी। ज्यादातर उपभोक्ता कर्ज इसी से जुड़े होते हैं।
वहीं बैंक आफ बड़ौदा ने एमसीएलआर में 0.15 प्रतिशत और यूनियन बैंक आफ इंडिया ने 0.10 प्रतिशत की कमी की है। बैंक आफ बड़ौदा की कटौती 12 जून और यूनियन बैंक की 11 जून से प्रभावी होगी। बैंक आफ बड़ौदा के अनुसार एक वर्ष के कर्ज के लिए उसकी संशोधित एमसीएलआर 7.65 प्रतिशत होगी। अभी यह 7.80 प्रतिशत है। इसी तरह यूनियन बैंक आफ इंडिया ने एक साल के कर्ज पर अपनी एमसीएलआर 7.70 प्रतिशत से घटा कर 7.60 प्रतिशत कर दी है।
पिछले सप्ताह पीएनबी ने भी अपनी एमसीएलआर में 0.15 प्रतिशत की कमी करने की घोषणा की थी। रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत ब्याज दर में उत्तरोत्तर कमी और तरलता बढ़ाने के उपायों के बाद बैंकों के पास लोन के लिए धन सस्ता और सुलभ हुआ है। बैंक ग्राहकों के जमाधन पर भी ब्याज कम कर रहे हैं।
केनरा बैंक ने भी घटाया ब्याज दर
सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक ने अपनी रेपो से जुड़ी ऋण दर (आरएलएलआर) को 0.40 प्रतिशत घटाकर 6.90 प्रतिशत कर दिया है। इसके साथ ही बेंगलुरु मुख्यालय वाले बैंक ने अपनी कोष की सीमान्त लागत आधारित ब्याज दर (MCLR) में भी 0.20 प्रतिशत की कटौती की है। इससे केनरा बैंक से जुड़े ग्राहकों फायदा होगा। बैंक ने बयान में कहा कि संशोधित ऋण दरें सात जून से लागू होंगी। सभी नए खुदरा ऋण (आवास, शिक्षा, वाहन) तथा सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) को दिया गया ऋण आरएलएलआर से जुड़ा है।
सीबीआई के कटौती का लाभ ग्राहकों को मिलेगा
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने 10 जून से MCLR में 0.25 प्रतिशत की कटौती की है। बैंक ने बताया कि एक साल की अवधि की एमसीएलआर दर को 7.25 प्रतिशत से घटाकर 7 प्रतिशत कर दिया गया है। बैंक की ओर से लगातार 13वीं बार एमसीएलआर दर में कटौती की गई है। स्टेट बैंक इससे पहले बाहरी बेंचमार्क से जुड़ी लोन दर (ईबीआर) के साथ ही रेपो दर से जुड़ी कर्ज की ब्याज दर (आरएलएलआर) में एक जुलाई से 0.40 प्रतिशत कटौती की घोषणा कर चुका है।
बैंक ने ईबीआर दर को जहां 7.05 प्रतिशत से घटाकर 6.65 प्रतिशत सालाना कर दिया है वहीं रेपो दर से जुड़ी ब्याज दर को 6.65 प्रतिशत से घटाकर 6.25 प्रतिशत कर दिया गया है। बैंक की विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘इस हिसाब से एमसीएलआर दर से जुड़े होम लोन की समान मासिक किस्त की राशि में 421 रुपये की कमी आयेगी वहीं ईबीआर, आरएलएलआर से जुड़े होम लोन की मासिक किस्त में 660 रुपये की कमी आयेगी। यह गणना 30 साल की अवधि के 25 लाख रुपये तक के होम लोन पर की गई है।’’