सत्तापक्ष के अरमानों पर पानी फेरेगा आयुक्त का बजट!
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: February 23, 2020 05:19 AM2020-02-23T05:19:17+5:302020-02-23T05:19:17+5:30
वर्ष 2019-20 में 2388 करोड़ रुपए का खर्च का अनुमान लगाया है जबकि कमाई के 2400 करोड़ रुपए के आसपास रहने की बात कही. साथ ही आयुक्त ने सदन में खुलेआम कहा कि स्थायी समिति के बजट और वास्तविक कमाई में हर वर्ष 20 से 25 फीसदी का अंतर है.
भले ही आम सभा में वित्तीय स्थिति को लेकर सत्तापक्ष के पार्षदों ने 12 वर्ष के सालाना बकाया का हिसाब नहीं देने पर चर्चा टाल दी हो लेकिन आयुक्त तुकाराम मुंढे ने पिछले एक वर्ष का वित्तीय लेखा-जोखा सदन में पेश कर खुद की मंशा अवश्य स्पष्ट कर दी.
उन्होंने वर्ष 2019-20 में 2388 करोड़ रुपए का खर्च का अनुमान लगाया है जबकि कमाई के 2400 करोड़ रुपए के आसपास रहने की बात कही. साथ ही आयुक्त ने सदन में खुलेआम कहा कि स्थायी समिति के बजट और वास्तविक कमाई में हर वर्ष 20 से 25 फीसदी का अंतर है.
उस पर से मनपा पर कुल 496.51 करोड़ रुपए का बकाया है. इससे साफ है कि इस बार स्थायी समिति के बजट में भारी कटौती होगी. लगभग 800 करोड़ रुपए कट लगने के आसार हैं. आयुक्त के बजट से सत्तापक्ष के अरमानों पर पानी फिरना तय है. कई बड़े प्रोजेक्ट भी अटक सकते हैं.
कटौती कितनी होती है, यह बजट पेश होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी. वैसे सूत्रों की माने तो फरवरी अंत तक बजट पेश करने की तैयारी की जा रही है. महापौर संदीप जोशी ने कार्यादेश जारी हो चुके काम को शुरू करने के निर्देश दिए हैं. यह भी देखना होगा कि क्या आयुक्त मुंढे सदन के आदेशों का पालन करते हैं या नहीं? आयुक्त बजट पेश होने के बाद ही कार्यादेश हो चुके कामों को शुरू करने की बात कही है. कुल मिलाकर नागरिकों के काम कब शुरू होंगे, ये बड़ा सवाल है.