लॉकडाउन में गया अक्षय तृतीया का मुहूर्त: ज्वेलरी, दुपहिया, चार पहिया, इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानदार विक्रेताओं को करोड़ों का नुकसान
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: April 26, 2020 07:15 AM2020-04-26T07:15:03+5:302020-04-26T07:26:53+5:30
हिन्दू धर्म में अक्षय तृतीया को महत्वपूर्ण तिथियों और पर्वों में माना जाता है। अक्षय तृतीया को हर स्थिति में शुभ माना जाता है। ये एक ऐसा दिन होता है जिसमें आप कोई भी शुभ कार्य कर सकते हैं और उन सभी कार्यों में आपको सफलता मिलती है।
भारतीय संस्कृति एवं परंपरा के अनुसार परंपरागत त्यौहारों के मुहूर्त पर नई वस्तुओं सहित सोने-चांदी की खरीददारी भी की जाती है किन्तु, कोरोना संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए 23 मार्च से सभी ओर लॉकडाउन किया गया है. उद्योग-धंधों के साथ ही बाजार एवं सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के बंद होने से ज्वेलरी, दुपहिया एवं चौपहिया वाहनों सहित इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानदार विक्रेताओं का करोड़ों का नुकसान हो गया है.
इन अवसरों पर नई वस्तुओं की खरीददारी का नियोजन किया जाता है. खरीददारी का मुहूर्त निश्चित किया जाता है. इसके लिए अनेक माह रूकना पड़ा तो भी चलेगा लेकिन, वस्तु उसी दिन खरीदने का आग्रह परिजनों द्वारा किया जाता है. मूहुर्त को ध्यान में रखते हुए अनेक नागरिकों गुढ़ी पाड़वा एवं अक्षय तृतीया के लिए रूके थे किन्तु, इस वर्ष गुढीपाड़वा एवं अक्षयतृतीय पर खरीददारी के लिए रूके लोगों को केवल निराशा का ही हाथ लगी क्योंकि 25 मार्च, गुढ़ी पाड़वा पर भी लॉक डाउन के कारण सभी प्रतिष्ठान एवं खरीददारी-बिक्री बंद थी.
जिसके बाद खरीददारी करने वाले नागरिकों की निगाहें 26 अप्रैल को अक्षय तृतीया के मुहूर्त पर टिकीं थी लेकिन अक्षयतृतीया पर भी लॉकडाउन की परिस्थिति होने से दोनों ही पर्व पर खरीददारी का मुहूर्त निकल जाने से नागरिकों द्वारा किसी भी प्रकार की खरीददारी नहीं की गई. जिससे दुकानदरों को भारी नुकसान उठा रहे हैं. इसमें ज्वेलरी, दुपहिया, चौपहिया, इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानदार विक्रेताओं को करोड़ों रुपयों का नुकसान हुआ है. इस नुकसान की भरपाई किस प्रकार होगी. इसकी चिंता दुकानदारों को सता रही है.