तबाबी देवी बनीं जूडो में ओलंपिक मेडल जीतने वाली पहली भारतीय, यूथ ओलंपिक में जीता सिल्वर
By भाषा | Updated: October 8, 2018 13:07 IST2018-10-08T13:07:00+5:302018-10-08T13:07:00+5:30
तबाबी देवी ने ओलंपिक स्तर पर भारत को जूडो में पहला पदक दिलाते हुए युवा खेलों में महिलाओं के 44 किलो वर्ग में रजत पदक जीता।

तबाबी देवी ने जूडो में जीता सिल्वर मेडल।
ब्यूनस आयर्स, आठ अक्टूबर। थंगजान तबाबी देवी ने ओलंपिक स्तर पर भारत को जूडो में पहला पदक दिलाते हुए युवा खेलों में महिलाओं के 44 किलो वर्ग में रजत पदक जीता। मणिपुर की एशियाई कैडेट चैम्पियन तबाबी देवी को फाइनल में वेनेजुएला की मारिया जिमिनेज ने 11-0 से हराया। भारत ने जूडो में सीनियर या जूनियर किसी भी स्तर पर कभी ओलंपिक पदक नहीं जीता है।
तबाबी देवी ने सेमीफाइनल में क्रोएशिया की विक्टोरिया पुलिजिच को 10-0 से हराया था। उससे पहले उन्होंने भूटान की यांगचेन वांगमो को 10-0 से मात दी थी। मौजूदा खेलों में उनका रजत भारत का दूसरा पदक है। इससे पहले निशानेबाज तुषार माने ने 10 मीटर एयर राइफल में दूसरा स्थान हासिल किया था।
तैराकी में राष्ट्रीय चैम्पियन श्रीहरि नटराज पुरुषों के 100 मीटर बैकस्ट्रोक के लिए क्वालीफाई नहीं कर सके। वह सेमीफाइनल में नौवे स्थान पर रहे। नटराज ने 56-48 सेकंड का समय निकाला, जो हीट्स के 56-75 सेकंड से बेहतर था।
भारत ने 2014 में नानजिंग में हुए युवा खेलों में रजत और कांस्य पदक जीते थे। भारत ने 2010 में छह रजत और दो कांस्य पदक जीते थे। भारत के 47 खिलाड़ी इन खेलों में भाग ले रहे हैं।