Tokyo Olympics: नीरज चोपड़ा ने जीता स्वर्ण पदक, पाकिस्तानी भालाफेंक खिलाड़ी अरशद नदीम ने कही ये बात
By सतीश कुमार सिंह | Updated: August 7, 2021 22:08 IST2021-08-07T20:02:34+5:302021-08-07T22:08:25+5:30
Tokyo Olympics: स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने शनिवार को ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने के बाद कहा, ‘‘यह अविश्वसनीय लग रहा है। ’’

नीरज के साथ फाइनल में पाकिस्तान के खिलाड़ी आदर्शन नदीम ने भी जगह बनाई थी।
Tokyo Olympics: भारत के भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने शनिवार को इतिहास रच दिया, जब उन्होंने 13 साल बाद देश को ओलंपिक स्वर्ण पदक दिलाया। 2008 में निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने व्यक्तिगत वर्ग में स्वर्ण पदक जीता और ऐसा करने वाले नीरज पहले भारतीय बने।
नीरज के साथ फाइनल में पाकिस्तान के खिलाड़ी आदर्शन नदीम ने भी जगह बनाई थी। नदीम हालांकि 5वें स्थान पर रहे और अपने देश को मेडल नहीं जीता पाए। मुकाबले के खत्म होने के बाद नदीम में ट्विटर पर नीरज चोपड़ा को जीत की बधाई दी और उन्हें अपना आइडल भी बताया। फाइनल के बाद नदीम ने नीरज को बधाई दी और पाकिस्तान से माफी मांगी।
नीरज चोपड़ा ने पहले प्रयास में 87.03 मीटर लंबा भाला फेंका। उन्हें रैंकिंग में दूसरे स्थान से टूर्नामेंट की शुरुआत करनी थी। जर्मनी के जूलियन वेबर का करियर का सर्वश्रेष्ठ 85.30 मीटर भाला फेंक था। पाकिस्तान के अरशद नदीम ने पहले प्रयास में 82.40 मीटर लंबा भाला फेंका।
दूसरे प्रयास में फाउल होने के बाद नदीम ने तीसरे प्रयास में 84.62 मीटर लंबी भाला फेंक कर पदक की दौड़ में अपना स्थान बनाए रखा। चौथे और पांचवें प्रयास में, वह क्रमशः 82.91 और 81.98 मीटर की दूरी फेंकने में सफल रहे। उन्हें छठे प्रयास में फाउल किया गया और उन्हें पांचवें स्थान पर संतोष करना पड़ा।
नहीं जानता कि यह स्वर्ण होगा, अविश्वसनीय लग रहा है : नीरज चोपड़ा
स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने शनिवार को ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने के बाद कहा, ‘‘यह अविश्वसनीय लग रहा है। ’’ उन्होंने दावा किया कि वह पोडियम के शीर्ष स्थान के लिये आश्वस्त नहीं थे जबकि वह अपने प्रदर्शन के दौरान आत्मविश्वास से भरे हुए थे।
चोपड़ा तीन दिन पहले क्वालीफिकेशन में शीर्ष पर रहे थे और फाइनल्स में उन्होंने इससे भी बेहतर प्रदर्शन किया और 87.58 मीटर की दूरी के सर्वश्रेष्ठ प्रयास से पहला स्थान हासिल किया जिससे वह ओलंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय बन गये जो देश का ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धा में भी पहला पदक है।
तेईस साल के चोपड़ा ने ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतने के बाद कहा, ‘‘विश्वास नहीं हो रहा। पहली बार है जब भारत ने एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीता है इसलिये मैं बहुत खुश हूं। हमारे पास अन्य खेलों में ओलंपिक का एक ही स्वर्ण है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ एथलेटिक्स में यह हमारा पहला ओलंपिक पदक है। यह मेरे और देश के लिये गर्व का क्षण है। ’’
यह पूछने पर कि क्या वह स्वर्ण पदक जीतकर हैरान थे जिसमें जर्मनी के महान एथलीट योहानेस वेटर भी शामिल थे। उन्होंने कहा, ‘‘क्वालीफिकेशन राउंड में मैंने काफी अच्छा थ्रो फेंका था इसलिये मैं जानता था कि मैं फाइनल में बेहतर कर सकता हूं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मैं नहीं जानता कि यह स्वर्ण होगा लेकिन मैं बहुत खुश हूं। ’’ किसी ने भी इसकी उम्मीद नहीं की होगी कि चोपड़ा ओलंपिक जैसे मंच पर इस तरह से दबदबा बनाकर स्वर्ण पदक जीतेंगे।
