नई दिल्ली, 24 मई: चार फोगाट बहनों समेत कुल 15 पहलवानों को 'अनुशासनहीनता' के लिए नेशनल कैंप से बाहर करने के बाद अब रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) ने रहम दिखाया है। फेडरेशन ने तीन फोगाट बहनों को माफ करते हुए उनके लिए एशियन गेम्स का रास्ता खोल दिया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को मामले की अनुशासनात्मक सुनवाई और संबंधित पहलवानों द्वारा दर्ज किए गए लिखित स्पष्टीकरण के बाद फेडरेशन ने तीन फोगाट बहनों गीता, रितु और संगीता को साई के लखनऊ स्थित नेशनल कैंप से जुड़ने की अनुमति दे दी है। इसका मतलब है कि इन तीनों को ही जकार्ता में होने वाले एशियन गेम्स के सेलेक्शन ट्रायल्स में भाग लेने की अनुमति होगी।
लेकिन फोगाट बहनों में दूसरे नंबर पर आने वाली बबिता फोगाट के लिए एशियन गेम्स के दरवाजे बंद हो गए हैं। गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स की 53 किग्रा कैटिगरी की गोल्ड मेडल विजेता बबिता फोगाट को निलंबित रखा गया है। बबिता कैंप से अपनी अनुपस्थिति के बारे में कोई औपचारिक जवाब नहीं दे पाई थीं। WFI के अध्यक्ष ब्रज भूषण शरण सिंह ने कहा कि फेडरेशन के निर्णय का मतलब है कि बबिता को एशियन गेम्स के लिए होने वाले महिला पहलवानों के चयन ट्रायल्स में शामिल होने की इजाजत नहीं होगी। इससे बबिबा के दूसरी बार एशियन गेम्स में खेलने का सपना अधर मं लटक गया है।
नेशनल कैंप से अनुपस्थित रहने के लिए महिला और पुरुष फ्रीस्टाइल के जिन कुल 15 पहलवानों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए निलंबित किया गया था उनमें से छह को अब भी निलंबन सूची में रखा गया गया और उनका नाम स्थाई तौर पर कैंप से हटा दिया गया है। इनमें बबिता के अलावा पूजा तोमर, मंजू, अंजू, कामिनी और पुरुष पहलवान श्रवण शामिल हैं।