आई लीग की अजीब शुरूआत : पदार्पण कर रही राजस्थान यूनाईटेड को नौ खिलाड़ियों के साथ उतरना पड़ा

By भाषा | Updated: December 26, 2021 18:59 IST2021-12-26T18:59:45+5:302021-12-26T18:59:45+5:30

Strange start to I-League: Rajasthan United, making their debut, had to go down with nine players | आई लीग की अजीब शुरूआत : पदार्पण कर रही राजस्थान यूनाईटेड को नौ खिलाड़ियों के साथ उतरना पड़ा

आई लीग की अजीब शुरूआत : पदार्पण कर रही राजस्थान यूनाईटेड को नौ खिलाड़ियों के साथ उतरना पड़ा

कल्याणी (पश्चिम बंगाल), 26 दिसंबर राजस्थान यूनाईटेड की टीम को ‘एमेच्योर खिलाड़ियों के पंजीकरण’ को लेकर हुए असमंजस के कारण अपने आई लीग पदार्पण मैच में रविवार को पंजाब फुटबॉल क्लब के खिलाफ 11 के बजाय महज नौ खिलाड़ियों के साथ उतरना पड़ा।

जयपुर की टीम ने अक्टूबर में क्वालीफाइंग टूर्नामेंट जीतने के बाद आई लीग में जगह बनायी थी। राजस्थान यूनाईटेड ने स्वीकार किया कि क्लब द्वारा लिये गये ‘गलत फैसले’ के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई।

हालांकि उसने कहा कि अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने भी जनवरी तक इस मैच को स्थगित करने के उसके अनुरोध को अस्वीकार कर दिया। क्लब ने कहा था कि जनवरी तक तक नये करार के बाद उसके पास खेलने के लिये काफी खिलाड़ी हो सकते थे।

उसने अपने प्रतिद्वंद्वियों - पंजाब एससी - पर निशाना साधा जिसने मैच खेलने से इनकार कर दिया।

एआईएफएफ ने कहा कि उसने विश्व संचालन संस्था फीफा द्वारा मंजूर नियमों के अनुसार ही काम किया।

क्वालीफायर जीतने के बाद राजस्थान यूनाईटेड ने बेहतर खिलाड़ियों से करार के लिये कई खिलाड़ियों को रिलीज कर दिया और एआईएफएफ ने क्लब को 31 दिसंबर तक एमेच्योर खिलाड़ियों को ही शामिल करने की अनुमति दी कि जनवरी की विंडो में वह पेशेवर खिलाड़ियों से अनुबंध कर सकता है।

क्लब के पास आई लीग क्वालीफायर जीतने के बाद पेशेवर खिलाड़ियों से अनुबंध करने का कोई तरीका नहीं था क्योंकि जून-अगस्त की ट्रांसफर विंडो (पेशेवर खिलाड़ियों के लिये) भी तब तक खत्म हो चुकी थी।

क्लब के अनुसार एआईएफएफ ने 21 दिसंबर को बयान जारी किया कि केवल 31 अगस्त से पहले जिन एमेच्योर खिलाड़ियों से करार किया गया है, वे ही 31 दिसंबर तक खेल सकते हैं जिसका मतलब हुआ कि राजस्थान यूनाईटेड की टीम के नये अनुबंध वाले खिलाड़ी आई लीग में नहीं खेल सकते। अब ट्रासंफर विंडो एक जनवरी से शुरू होगी।

क्लब ने कहा, ‘‘एआईएफएफ ने 14 दिसंबर 2021 को सभी क्लबों को बयान जारी किया कि टीमें 31 दिसंबर तक एमेच्योर खिलाड़ियों को खिला सकती हैं। राजस्थान यूनाईटेड के पास काफी संख्या में एमेच्योर खिलाड़ी हैं। लेकिन 21 दिसंबर को जारी दूसरे बयान में कहा गया कि 31 अगस्त से पहले अनुबंधित एमेच्योर खिलाड़ियों को ही आई लीग में खेलने की अनुमति दी जायेगी। ’’

क्लब ने कहा कि इसका सरल विकल्प होता कि वह इस मैच को गंवा देता और पांच जनवरी (जो सर्दियों की ट्रांसफर विंडो खुलने के बाद होता) को ही अपना दूसरा मैच खेलता लेकिन उसने केवल नौ खिलाड़ियों के साथ मैदान पर उतरने का फैसला किया।

एआईएफएफ ने कहा कि उसके खिलाड़ियों के ट्रांसफर और स्थिति 2021 (आरएसटीपी) के दिशानिर्देशों के अनुसार एमेच्योर खिलाड़ियों को अगर पेशेवर पंजीकरण विंडो में पंजीकृत किया जाता है तो इसी स्थिति में ही वे पेशेवर प्रतियोगिताओं (जैसे आई लीग) में हिस्सा ले सकते हैं।

एआईएफएफ ने कहा, ‘‘एक फैसला लिया गया कि केवल पेशेवर खिलाड़ियों को ही आई लीग 2021-22 में हिस्सा लेने की अनुमति दी जायेगी। हालांकि दूसरी डिवीजन से प्रोमोट किये क्लबों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए लीग की समिति ने एक अपवाद करते हुए एमेच्योर खिलाड़ियों को 31 दिसंबर 2021 तक खेलने की अनुमति दी, बशर्ते उन्हें इन क्लबों से पेशेवर पंजीकरण समय में ही शामिल किया गया हो जो एआईएफएफ की आरएसटीपी के अंतर्गत हों। ’’

एआईएफएफ ने कहा, ‘‘एआईएफएफ पेशेवर पंजीकरण विंडो के बाहर करार करने वाले किसी भी एमेच्योर खिलाड़ी को पेशेवर अनुबंध पर हस्ताक्षर करने से पहले आई लीग 2021-22 में मैदान पर उतरने की अनुमति नहीं दे सकता और 2021-22 सत्र की दूसरी ट्रांसफर विंडो एक जनवरी 2022 को खुलेगी।

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Web Title: Strange start to I-League: Rajasthan United, making their debut, had to go down with nine players

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