नई दिल्ली, 31 जुलाई: भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की ओर से गौर-मान्यता प्राप्त खेल संघों के खुद खर्चा उठाने के फरमान पर उठे विवाद के बाद खेल मंत्रालय आगे आया है। खेल मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि वह एशियन गेम्स में भाग लेने वाले उन एथलीटों की किट और पोशाक का खर्चा उठाएगा जिन्हें महासंघ से मान्यता प्राप्त नहीं है और आईओए ने खर्चा उठाने से इंकार कर दिया है।
खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने ट्वीट किया, 'एशियन गेम्स 2018 में भाग लेने वाली किसी भी टीम को किट और पोशाक का खर्चा स्वयं नहीं उठाना पड़ेगा। मैंने @इंडियास्पोर्ट्स @मीडिया_साई को भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रत्येक टीम को किट और पोशाक जारी करने के निर्देश दिये हैं।'
इससे पहले आईओए महासचिव राजीव मेहता ने कहा कि खिलाड़ियों की समारोह में पहने जाने वाली पोशाक और खेल की किट का खर्चा संघ नहीं उठा रहा है। उन्होंने दावा किया कि इसका खर्चा प्रायोजक उठाएंगे जिन्होंने केवल मान्यता प्राप्त महासंघों को पोशाक और किट मुहैया कराने के लिये आईओए से करार किया है।
मेहता ने कहा कि आईओए प्रायोजक ली निंग (किट) और रेमंड (समारोह की पोशाक) को उन खिलाड़ियों का भी ध्यान रखने के लिये मजबूर नहीं कर सकता है जो मान्यता प्राप्त नहीं हैं। मेहता ने कहा कि यह स्थापित चलन है कि आईओए गैर ओलंपिक खेलों और जो उनसे मान्यता प्राप्त नहीं हो, उनका खर्चा नहीं उठाता। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि जो महासंघ मान्यता प्राप्त नहीं है उनके खिलाड़ी एडेलवीज के बीमा के तहत भी नहीं आएंगे।
मेहता ने कहा, 'हम 540 से अधिक खिलाड़ी और 200 से अधिक अधिकारी भेज रहे हैं और उनकी पोशाक का खर्चा करोड़ों में है तथा आईओए के पास सीमित संसाधन हैं। इसलिए हमने प्रायोजकों के साथ अनुबंध किया है लेकिन वे केवल उन्हीं खिलाड़ियों का ध्यान रखेंगे जिनके महासंघ आईओए से मान्यता प्राप्त हैं।'
उन्होंने कहा कि 2014 एशियाई खेलों में भी आईओए ने खिलाड़ियों की पोशाक का खर्चा नहीं उठाया था। मेहता ने कहा, 'सभी जानते हैं कि सरकार इन सभी खर्चों को उठाती है। हमारा संगठन धनी नहीं है।'
भारत एशियाई खेलों में 37 खेलों में भाग ले रहा है इनमें से आठ महासंघ ब्रिज, कुराश, पेनसाक सिलाट, रोलर स्केटिंग, सांबो, सेपकटकरा, सॉफ्ट टेनिस और स्पोर्ट क्लाइंबिंग आईओए से मान्यता प्राप्त नहीं हैं। आईओए ने अब तक जिन 541 खिलाड़ियों की घोषणा की है उनमें से 114 खिलाड़ी इन खेलों से जुड़े हैं। इनमें से ब्रिज, पेनसाक सिलाट, रोलर स्केटिंग, सेपक टकरा और सॉफ्ट टेनिस को खेल मंत्रालय से मान्यता हासिल है लेकिन कुराश, सांबो और स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग के महासंघों का मान्यता हासिल नहीं है।
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