रांची, 23 नवंबर झारखंड फुटबॉल संघ (जेएफए) को राज्य सरकार के हस्तक्षेप के बाद अंतत: आगामी संतोष ट्रॉफी और राष्ट्रीय महिला चैंपियनशिप के लिए फुटबॉल टीम भेजने की स्वीकृति मिल सकती है।
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने सोमवार को फैसला किया था कि गुटों में बंटे जेएफए की किसी टीम को टूर्नामेंट में हिस्सा लेने की स्वीकृति नहीं दी जाएगी क्योंकि दो गुटों ने दो टूर्नामेंटों के लिए चार टीम भेजी थी।
अंदरूनी लड़ाई की बात सामने आने के बाद हस्तक्षेप करने वाले खिजरी के विधायक राजेश कच्छप ने पीटीआई को बताया, ‘‘एफआईएफएफ चार टीम के बीच ट्रायल कराके संतोष ट्रॉफी और राष्ट्रीय महिला चैंपियनशिप के लिए टीम के चयन पर सहमत हो गया है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब खेल एवं युवा मामलों का मंत्रालय एआईएफएफ के साथ सीधे इस मामले को देख रहा है। हम नहीं चाहते कि राज्य के प्रतिभावान फुटबॉल महरूम रहें (टूर्नामेंट में खेलने से)। ’’
राजेश ने कहा, ‘‘हमारे पूरे समर्थन के बावजूद पांच साल से राज्य में फुटबॉल गतिविधियां रुकी हुई हैं।’’
जेएफए अध्यक्ष नजम अंसारी ने बताया कि महिला ट्रायल बुधवार को होंगे जबकि इसके बाद संतोष ट्रॉफी के लिए पुरुष ट्रायल कराए जाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘टीम के चयन के लिए हमने तीन चरण की प्रक्रिया अपनाई थी लेकिन विरोधी गुट (सचिव गुलाम रब्बानी की अगुआई वाले) के पास राज्य के कुछ ही खिलाड़ी हैं जबकि बाकी खिलाड़ी पूर्वोत्तर के हैं।’’
अंसारी ने कहा, ‘‘सरकार को हस्तक्षेप करना पड़ा और नोटिस जारी किया। हमें समाधान निकलने की उम्मीद है। हम चाहते हैं कि राज्य के खिलाड़ियों को वो मिले जिसके वह हकदार हैं क्योंकि हमारे राज्य में पर्याप्त प्रतिभा उपलब्ध है।’’
इस समस्या के लिए एआईएफएफ को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने दो ईमेल आईडी बना दी- सामान्य आईडी जेएफए के नाम और दूसरी रब्बानी के नाम से जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हुई।’’
अंसारी ने कहा, ‘‘इससे पहले सारी जानकारी जेएफए की आईडी से भेजी जाती थी लेकिन 14 नवंबर की शाम को अचानक रब्बानी की आईडी इस्तेमाल होने लगी और टीम भी बदल दी गई। ’’
रब्बानी ने कहा कि एआईएफएफ ने राज्य संघ की मौजूदा स्थिति को देखते हुए जेएफए द्वारा भेजी सभी प्रविष्टियों को रद्द कर दिया है।
उन्होंने दावा करते हुए कहा, ‘‘राष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए टीम भेजना सचिव की जिम्मेदारी थी। मेरे मार्गदर्शन में झारखंड ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी तैयार किए हैं जिसमें झारखंड की छह महिला खिलाड़ी भी शामिल हैं जो राष्ट्रीय शिविर में आगामी एएफसी कप (अगले साल भारत में) की तैयारी कर रही थी।’’
इससे पहले सोमवार को एआईएफएफ ने जेएफए अध्यक्ष और सचिव को पत्र भेजकर कहा था कि राज्य की किसी टीम को संतोष ट्रॉफी और राष्ट्रीय महिला चैंपियनशिप में हिस्सा लेने की स्वीकृति नहीं दी जाएगी।
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