मुंबई, 18 जनवरी। छह विश्व चैंपियनशिप अपने नाम करने वाली महान मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम की निगाहें अगले साल टोक्यो ओलंपिक का स्वर्ण पदक हासिल करने पर लगी हैं।
मणिपुर की इस 35 साल की मुक्केबाज ने कहा, ‘‘जब मैंने मुक्केबाजी सीखी तो मेरी प्रेरणास्रोत मोहम्मद अली थे। इतने वर्षों के बाद मुझे लगता है कि अब कुछ हासिल करने के लिये नहीं बचा है। मैंने खेल के सारे पदक जीत लिये हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास ओलंपिक, एशियाई खेल, विश्व चैम्पियनशिप के छह खिताब, राष्ट्रमंडल खेलों के पदक हैं। लेकिन मैं अब भी एक पदक की भूखी हूं जो ओलंपिक में स्वर्ण पदक है।’’
उन्होंने कहा कि हालांकि यह बड़ी चुनौती होगी। उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरे लिये बड़ी चुनौती है। यहां तक कि लंदन 2012 भी मेरे लिये बड़ी चुनौती थी। इसमें पहली बार मैंने 51 किग्रा में भाग लिया था। इसके बाद मैं रियो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई नहीं कर सकी थी।’’
मैरी कॉम ने कहा, ‘‘इस बार मैं क्वालीफाई करने की कोशिश कर रही हूं। अगर संभव होगा तो मैं खुद से ज्यादा मजबूत युवा लड़कों से ट्रेनिंग करूंगी। सीनियर तो मेरे साथ ट्रेनिंग नहीं करेंगे क्योंकि उनके भी ट्रेनिंग शिविर चल रहे होंगे।’’