कॉमनवेल्थ गेम्स खेल गांव में हजारों का सामान तोड़ आया भारतीय दल, 73,988 रुपये का जुर्माना
By विनीत कुमार | Published: July 28, 2018 01:19 PM2018-07-28T13:19:20+5:302018-07-28T13:47:21+5:30
बत्रा ने खेल महासंघो को कहा है कि इन्हें अपने एथलीट और अधिकारियों को बताना चाहिए कि ऐसा व्यवहार एशियन गेम्स में नहीं किया जाना चाहिए।
नई दिल्ली, 28 जुलाई: ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में इस साल हुए कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान खेल गांव में कमरों और दूसरी चीजों को नुकसान पहुंचाने के लिए भारतीय दल पर 73,988 रुपये जुर्माना लगाया गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार अप्रैल में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान खेल गांव के कुछ उन कमरों में रखी कुछ चीजों को नुकसान पहुंचा।
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) पर कॉमनवेल्थ गेम्स आयोजन समिति ने ऑस्ट्रेलियन डॉलर 1450.74 (73,988 रुपये) का जुर्माना लगाया है। भारतीय दल ने इन खेलों 66 पदक जीते थे। बहरहाल, जुर्माने के बाद आईएओ के प्रेसिडेंट नरिंद्र बत्रा ने विभिन्न राष्ट्रीय खेल महासंघो को खत लिखकर जुर्माने की राशि संबंधित एथलिट्स से वसूलने को कहा है।
मिली जानकारी के अनुसार जिन चीजों को खेलगांव में नुकसान पहुंचा, उसमें दरवाजे की चाबी, कुशन के कवर, लैम्प, बिजली के बोर्ड, वॉर्डरोब जैसी चीजें शामिल हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स आयोजन समिति ने जो लिस्ट भेजी है उसमें कमरा नंबर और किस खेल के एथलीट रूके थे, इसका भी जिक्र है।
बत्रा ने खेल महासंघो को लिखे खत में कहा है कि इन्हें अपने एथलीट और अधिकारियों को बताना चाहिए कि ऐसा व्यवहार एशियन गेम्स में दोबारा नहीं किया जाना चाहिए। साथ ही बत्रा ने लिखा है, 'ऐसे काम से देश का नाम खराब होता है।'
रिपोर्ट के अनुसार सबसे बड़ा जुर्माना बास्केटबॉल टीम पर अपार्टमेंट के दरवाजे को नुकसान पहुंचाने के लिए लगा है। इसके अलावा हॉकी टीम पर भी कमरे में लगे लैम्प को नुकसान पहुंचाने के लिए बड़ा जुर्माना लगाया गया है। लिस्ट के मुताबिक बास्केटबॉल टीम पर 20,400 रुपये, एथलेटिक्स दल पर 11, 832 रुपये, हॉकी टीम पर 7,854 रुपये, शूटिंग और वेटलिफ्टिंग दल पर 51,000 और स्क्वैश पर 3876 रुपये का नुकसान पहुंचाने की बात कही गई है। टेबल टेनिस टीम पर भी 2550 रुपये के सामान का नुकसान करने का आरोप है।
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