नई दिल्ली, 13 जून: भारतीय शतरंज ग्रैंडमास्टर और पूर्व जूनियर गर्ल्स चैंपियन, सौम्या स्वामीनाथन ने 16 जुलाई से 4 अगस्त तक ईरान में आयोजित होने वाली एशियन टीम चेस चैंपियनशिप से अपना नाम वापस कर लिया है। इसकी वजह ईरान का वह काननू है जिसके तहत सभी महिला खिलाड़ियों के लिए 'बुर्का' पहनना अनिवार्य है।
सौम्या ने फेसबुक पर लिखी पोस्ट में कहा है कि बुर्का का नियम उनके निजी अधिकारों का उल्लंघन है, इसलिए उन्होंने इस प्रतियोगित में न भाग लेने का फैसला किया है। सौम्या ने फेसबुक पर लिखा है, 'ईरान का बुर्का का अनिवार्य कानून मेरे मूल मानवाधिकार, मेरे धर्म की स्वतंत्रता के अधिकार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकारों का प्रत्यक्ष उल्लंघन है।'
उन्होंने आगे लिखा है, 'मैं ये देखकर बहुत निराश हूं कि आधिकारिक चैंपियनशिप के अलॉटमेंट/आयोजन के समय खिलाड़ियों के अधिकारों और कल्याण को इतना कम महत्व दिया जाता है। मैं ये बात समझती हूं कि आयोजक हमसे उम्मीद करते हैं कि हम आधिकारिक चैंपियनशिप के दौरान नेशनल टीम ड्रेस या आधिकारिक ड्रेस पहनें, लेकिन खेल में किसी धार्मिक ड्रेस कोड की कोई जगह नहीं है।'
ये पहली बार नहीं है जब किसी भारतीय एथलीट ने बुर्का के अनिवार्य नियम की वजह से खेलों से नाम वापस लिया है। 2016 में टॉप भारत की टॉप निशानेबाज हिना सिद्धू ने इसी वजह से ईरान में आयोजित हुई एशियन एयरगन से अपना नाम वापस ले लिया था।
पिछले साल अमेरिकी शतरंज खिलाड़ी नाजी पैक्डिज ने तेहरान में आयोजित हुई वर्ल्ड चैंपियनशिप से इसी बात का हवाला देते हुए नाम वापस ले लिया था।